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अलवर नगर परिषद को यहां से मिल रहे करोड़ों रुपए, लेकिन लेने को तैयार ही नहीं अधिकारी, जानिए क्या है कारण

locationअलवरPublished: Mar 22, 2019 03:51:29 pm

Submitted by:

Hiren Joshi

एनईबी विस्तार आवासीय योजना को नगर परिषद को सुपुर्द करने की एवज में राशि देने को तैयार, पिछले दस साल से अधूरे प्रयास, मुख्यमंत्री तक शिकायत

Alwar Nagar Parishad Isn't Taking Money From Aavasan Mandal Alwar

अलवर नगर परिषद को यहां से मिल रहे करोड़ों रुपए, लेकिन लेने को तैयार ही नहीं अधिकारी, जानिए क्या है कारण

अलवर. पिछले करीब 10 साल से आवासन मण्डल अपनी एनईबी विस्तार आवासीय योजना को नगर परिषद को सुपुर्द करने की एवज में 6.28 करोड़ में देने को तैयार है, लेकिन नगर परिषद के अधिकारी लेने को राजी नहीं हो रहे हैं। जबकि दोनों कार्यालयों के बीच अनुबंध पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। फिर भी एनईबी विस्तार आवासीय योजना अधरझूल में लटकी है। आवासन मण्डल चाहता है कि कॉलोनी सुपुर्द होने के बाद नगर परिषद विकास के कार्य कराए। जबकि नगर परिषद चाह रही है कि आवासन मण्डल ही संभालता रहे। जिसके कारण जनता को मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
कॉलोनी के निवासी महेन्द्र शर्मा व एमडी गोयल पिछली सरकार के समय मुख्यमंत्री को यह शिकायत कर चुके हैं कि कॉलोनी नगर परिषद को सुर्पुद नहीं की जा रही है। जिसके कारण यहां के बाशिंदों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। उस समय मुख्यमंत्री ने भी उच्चाधिकारियों को तुरंत कॉलोनी को सुपुर्द करने के आदेश दिए थे। उसके बावजूद अभी तक मामला अधरझूल में है। जबकि यह मामला लोक अदालत में भी जा चुका है। फिर भी विभाग के अधिकारियों में आपसी सामंजस्य नहीं बैठ रहा है। बार-बार नगर परिषद के आयुक्त का तबादला होना भी इसमें रोड़े का एक कारण है।
इस पर हुए अनुबंध

कॉलोनी की नगर परिषद देखरेख करेगी। जिसके लिए 6.28 करोड़ रुपए आवासन मण्डल की ओर से दिए जाएंगे। मकानों की पत्रावली नगर परिषद लेगा। फिर नगर परिषद ही पूरा काम करेगा।
22 सौ मकान कॉलोनी में

आवासन मण्डल की एनईबी विस्तार आवासीय योजना 1982 में बनी है। जिसमें एक से सात सेक्टर में करीब 2200 मकान हैं। कॉलोनी को नगर परिषद को सुपुर्द करने के लिए पिछले करीब 10 साल से उठापटक हो रही है। अनुबंध पत्र पर अधिकारियों के हस्ताक्षर होने के बावजूद भी कॉलोनी सुपुर्द नहीं हो सकी है। जिसके कारण पार्क, सडक़, नाली जैसे मूलभूत सुविधाओं के कार्यों पर असर पड़ रहा है। अधिकतर पार्क अविकसित हैं। बच्चों को खेलने की जगह तक नहीं है।
कई बार पत्र लिखे

कॉलोनी सुपुर्द करने के अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। कई बार पत्र लिखे जा चुके हैं। 6.28 करोड़ रुपए देने पर सहमति हो चुकी है। फिर भी नगर परिषद पत्रावली नहीं ले रहा है। बार-बार उनके यहां अधिकारी बदलने के बाद फिर काम रुक जाता है।
जेआर महावर, उपायुक्त, उप आवासन मण्डल अलवर
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