जयपुर की रिपोर्ट में 449 ही एक्टिव केस एक दिन पहले जयपुर की रिपोर्ट के अनुसार अलवर में कोरोना के केवल 449 एक्टिव केस बताए हैं जबकि असलियत यह है कि जिले में पिछले करीब 15 दिनों में 3 हजार के आसपास कोरोना के नए संक्रमित आए हैं। विभाग व आइसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार मरीज को 14 दिन आइसोलेशन में रहने के बाद ही उसे नेगेटिव माना जा सकता है। इनमें से भी करीब 1500 मरीज तो ऐसे हैं जो पिछले करीब 8 से 9 दिनों में आए हैं।
एक्टिव केस जितने मरीज तो अलवर में पिछले चार दिनों में ही आ गए थे। चार दिन पहले एक ही दिन में 322 पॉजिटिव आए। इसके बावजूद भी प्रदेश की रिपोर्ट में अलवर जिले में कोरोना के केवल 449 एक्टिव केस दिखाए गए हैं। संख्या भी गलत जयपुर की रिपोर्ट में कुल संक्रमितों की संख्या भी सवा नौ हजार के आसपास दिखा रखी है। जबकि अलवर में एक दिन पहले ही 11 हजार 600 से अधिक कोरोना पॉजिटिव हो चुके थे। अब संक्रमितों की संख्या का भी पता नहीं चल सकेगा। कोरोना की मौत के मामले भी स्पष्ट नहीं हो सकेंगे।
खैरथल में 1 दिन में 6 जनों की मौत, लेकिन कोरोना से नहीं जिले के खैरथल कस्बे में शुक्रवार को एक ही दिन में 6 जनों की मौत हो गई। हालांकि यह सभी मौत कोरोना से नहीं हुई है। लेकिन 1 दिन में इतनी संख्या में लोगों की मौत होने की कस्बे में बहुत ज्यादा चर्चा रही। कोरोना महामारी के दौरान इस तरह की मौत होने पर आमजन में डर भी दिखा।
खैरथल में पुरानी अनाज मंडी , 40 फीट रोड, गुरु नानक कॉलोनी, वह यूको बैंक के पास रहने वाले 65 साल से 85 साल तक के बुजुर्गों की मौत हुई है। जिनमें से एक दो पहले से अस्वस्थ चल रहे थे। ठेकेदार जगमोहन एक बुजुर्ग की अचानक तबीयत बिगड़ी। जिसे अस्पताल में ले जाने के बाद उसकी मौत हो गई। खैरथल सीएचसी चिकित्सा प्रभारी डॉ. नितिन शर्मा ने बताया कि मरने वालों में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि नहीं हुई है। चिकित्सा विभाग की टीम सीएमओ के आदेश पर मृतकों के घरों को चिन्हित करने में लगी हुई है। इनकी केस स्टडी की जा रही है।
कोरोना की जांच ही नहीं हुई, लोगों में भय- खैरथल में एक ही दिन में 6 लोग मर गए जिसके चलते लोगों में भय है। लोगों का कहना है कि इनकी कोरोना की जांच ही नहीं हुई तो कैसे पता लगे कि यह किस बीमारी से पीडि़त थे। इनमें कई के प्रारम्भिक लक्षण बुखार आदि के थे।
– अलग-अलग नियम कोरोना संक्रमितों को लेकर कई तरह के नियम हैं। जिले के बाहर से आने वाले पॉजिटिव को जयपुर में नहीं जोड़ा जाता है। अलवर जिले की रिपोर्ट वहां कम पहुंची हो सकती हैं। इस कारण जयपुर की रिपोर्ट में कम आंकड़े हैं। लेकिन, आगे चलकर एक जैसे हो जाएंगे।
-डॉ. ओ.पी. मीणा, सीएमएचओ, अलवर