अलवर

शहर की सरकार पर किसका अधिकार, कल चलेगा पता

शहर की सरकार पर किसका अधिकार होगा, यह पता मंगलवार शाम को मतगणना के बाद ही चल पाएगा। लेकिन कांग्रेस व भाजपा बाड़ाबंदी से अपने-अपने पार्षदों को वापस लाकर वोट डलवाने की रणनीति बनाने में जुट गए हैं।

अलवरNov 25, 2019 / 12:05 am

Prem Pathak

शहर की सरकार पर किसका अधिकार, कल चलेगा पता


अलवर. शहर की सरकार पर किसका अधिकार होगा, यह पता मंगलवार शाम को मतगणना के बाद ही चल पाएगा। लेकिन कांग्रेस व भाजपा बाड़ाबंदी से अपने-अपने पार्षदों को वापस लाकर वोट डलवाने की रणनीति बनाने में जुट गए हैं। फिलहाल ही दोनों प्रमुख पार्टियों एवं उनको समर्थन दे रहे निर्दलीय पार्षद अलग-अलग बाड़ाबंदी में हैं। निकाय प्रमुख के मतदान में अब केवल एक दिन का समय बचा है। दोनों ही पार्टियों के रणनीतिकार इस एक दिन के बीतने का इंतजार कर रहे हैं। इस एक दिन में दूसरे खेमे से पार्षदों को अपने खेमे में लाने के प्रयास दोनों ही दलों ने तेज कर दिए हैं। कांग्रेस ने अपने खेमे के पार्षदों की बाड़ाबंदी जयपुर के पास मालपुरा में की हुई है, वहीं भाजपा खेमे के पार्षद दूसरे राज्य में अलग-अलग गु्रपों में बाड़ाबंदी में है। दोनों ही दल अपने खेमे के पार्षदों को मतदान समय में अलवर पहुंचाने की रणनीति बनाने में जुटे हैं। वहीं पार्षदों को मतदान के समय लाते समय प्रतिद्वंदी किसी प्रकार की सेंध नहीं लगा सके, इस बात को लेकर दोनों ही दल चिंतित हैं।
मतदान सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक ही

निकाय प्रमुख के चुनाव में मतदान का समय मंगलवार सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक निर्धारित हैं। इस चार घंटे के समय में ही दोनों दलों के खेमों के पार्षदों को मतदान करना है। यानि दोनों ही खेमों के पार्षदों को सुबह 10 बजे तक निकाय क्षेत्र में पहुंचाना जरूरी है। कांग्रेस व भाजपा इसी समय सीमा और बाड़ाबंदी स्थल को ध्यान में रखकर पार्षदों को वापस लाने की रणनीति बनाने में जुटे हैं।
तीनों ही निकायों में सीधा मुकाबला

निकाय प्रमुख चुनाव में एक-एक पार्षद का वोट महत्वपूर्ण है, इसका कारण है कि अलवर व भिवाड़ी नगर परिषद तथा थानागाजी नगर पालिका में चेयरमैन पद के लिए कांग्रेस व भाजपा में सीधा मुकाबला है। ऐसे में एक-एक वोट का
महत्व है। यही कारण है कि दोनों ही प्रमुख पार्टियां मतदान तक अपने खेमें में दूसरे दल की सेंधमारी से बचने के लिए बाडाबंदी से लेकर अन्य सभी तरीके अपना रही है।
पार्षदों के पुलिस पहरे में आने की उम्मीद

मतदान के दिन पार्षदों के मतदान स्थल तक पुलिस पहरे में आने की उम्मीद है। वैसे तो मतदान के लिए आने वाले पार्षदों की सुरक्षा को पुलिस तैनात की जाती है। वहीं राजनीतिक पार्टियां भी अपने पार्षदों को सुरक्षित मतदान स्थल तक पहुंचाने के लिए पुलिस पहरे की मांग कर सकती है। प्रदेश में सरकार होने से कांग्रेस को अपने पार्षदोंं की सुरक्षा को लेकर चिंता ज्यादा नहीं है, लेकिन भाजपा खेमा अपने पार्षदों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। पिछले दिनों बाड़ाबंदी में हुई घटना ने भाजपा की चिंता और बढ़ा दी है।
यह है निकाय चुनाव के प्रमुख का गणित

अलवर नगर परिषद में भाजपा के 27, कांग्रेस के 19 व निर्दलीय 19 पार्षद हैं। यहां बहुमत का जादुई आंकड़ा 33 है। इसी प्रकार भिवाड़ी नगर परिषद में भाजपा व कांग्रेस के 23-23 तथा 12 निर्दलीय व दो बसपा के पार्षद हैं। यहां बहुमत का जादुई आंकड़ा 31 है। वहीं थानागाजी नगर पालिका में भाजपा के 9, कांग्रेस के 10 व निर्दलीय 6 पार्षद हैं। यहां बहुमत का जादुई आंकड़ा 13 है।

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