किट में आटा, चावल, चीनी, दाल, मसाले, तेल, आलू इत्यादि दैनिक उपयोग की सामग्री शामिल की गयी है । इस मौके पर एसोसिएशन के राकेश अरोड़ा, नरेश बेनीवाल, अनिमेश जैन, सुरेंद्र गुप्ता, मनीष सोमवंशी, नीरज गोयल, ज्ञानचंद, विक्रांत सिंह, सुनील सोमवंशी आदि ने सहायता कर किट वितरित की।
करौली पैदल जा रहे लोगों को नाशता करवाया- रेवाड़ी की फेक्ट्री में कार्य करने वाले मजदूर पैदल ही अपने घर करौली जा रहे थे । रात्रि होने पर जिला प्रशासन एवं मालवीय नगर विकास समिति के सहयोग से जगन्नाथ मंदिर रूपबास में रुकने व खाने की व्यवस्था कराई गई व सुबह चाय व बच्चों को दूध पिलाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर राजकुमार शर्मा, समाज सेविका सुनीता शर्मा, लोकेश यादव, प्रभुदयाल शर्मा, महेश मीण, रवि मीणा, राजकुमार शर्मा, पार्षद संध्या मीणा, सौरव शर्मा व कपिल जैन ने सेवा भावी कार्य किया।
प्रशासन को सौंपे पैकेट-
शहर के कुछ जागरूक युवाओं ने 500 खाने के पैकेट बनवाकर प्रशासन की टीम को सौंपे। इसमें इम्तियाज खान, हर्षवर्धन सिंह, प्रेम कथूरिया, महेश चौधरी व गोपेश यादव है। करोना फूड हैल्प ग्रुप सहायता करने में आगे-
जागरूक युवाओं की ओर से तैयार समूह करोना फूड हैल्प ग्रुप को जहां से भी श्रमिकों व गरीबों के भूखे होने की सूचना मिल रही है। इस समूह की टीम वहीं पहुंच रही है। इस टीम की ओर से ईटाराणा चोराहे पर स्थित खालसा ढाबे पर भोजन के पैकेट व राशन किट बनवाए जा रहे हैं। यह टीम सूचना मिलने पर तत्काल ही वहीं पहुंच रही हैं। इस टीम के लोगों को देखकर श्रमिकों के परिजनों की आंखों में आंसू आ जाते हैं ओर वे दुआएं देने लगते हैं।
कई समितियां तैयार- मत्स्य जन कल्याण समिति के अध्यक्ष बी.बी. गौतम का कहना है कि अलवर में सभी संस्थाओं के पदाधिकारियों से सम्पर्क किया जा रहा है। यह लॉक आउट कितना भी लंबा चले लेकिन इसमें किसी को भूखा नहीं सोने देंगे। इसके लिए ग्रास रूट पर प्लानिंग की जा रही है। हम लोगों को राशन किट तैयार करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
रोटरी क्लब की तैयारियां- रोटरी क्लब अलवर के पदाधिकारी अध्यक्ष मनीष जैन व सचिव शशांक झालानी के नेतृत्व में राशन किट बांट रहे हैं। इस प्रकार रोटरी क्लब अलवर ग्रेटर ने आगामी दिनों के लिए तैयारी कर ली है। क्लब अध्यक्ष अभिषेक तनेजा का कहना है कि हमारा फोकस पूरी तरह चिकित्सा सुविधाओं पर रहेगा। चिकित्सा के लिए प्रशासन को जिन संसाधनों की आवश्यकता होगी, वह उपलब्ध कराए जाएंगे।