अलवर

अलवर में यहां पुलिया के नीचे बैठकर बड़ी लूट का षडय़ंत्र रच रहे थे, बदमाश, पुलिस ने किया यह हाल

अलवर में लूट का षडंयंत्र रचते चार बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

अलवरJun 25, 2018 / 01:59 pm

Prem Pathak

अलवर में यहां पुलिया के नीचे बैठकर बड़ी लूट का षडय़ंत्र रच रहे थे, बदमाश, पुलिस ने किया यह हाल

टपूकड़ा. टपूकड़ा पुलिस ने लूट व डकैती का षड्यंत्र रचते चार आरोपितों को गिरफ्तार कर उनसे अवैध हथियार जब्त किए हैं।
भिवाड़ी डीएसपी सिद्धांत शर्मा ने बताया कि टपूकड़ा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि टपूकड़ा-तिजारा हाइवे पर नौगांवा मीठियावास पुलिया के पास चार-पांच लोग डकैती का षड्यंत्र बना रहे हैं। जिस पर टपूकड़ा थानाधिकारी राजेश मीणा के नेतृत्व में गठित एक टीम ने गत रात्रि नौगांवा मीठिवास पुलिया के पास पहुंचकर जांच की। पुलिया के पास एक आईवीआर गाड़ी कच्चे रास्ते पर खड़ी थी व चार-पांच लोग पुलिया के नीचे खुसर-पुसर कर रहे थे। पुलिस टीम ने उनकी बातें सुनी, वे आपस में हाइवे से निकलने वाली गाड़ी को लूटने का षड्यंत्र रच रहे थे। जिस पर थानाधिकारी ने पुलिस टीम के साथ दबिश देकर चारों आरोपितों को पकड़ लिया।
पुलिस पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह क्षेत्र में लूट व डकैती को अंजाम देने आए थे। गिरफ्तार किए गए आरोपी अजय पुत्र सरजीत जाट निवासी रिठाला रोड शाहाबाद दौलतपुर, अजय उर्फ खली पुत्र रामफल निवासी कानोदा थाना सदर बहादुरगढ़ जिला झज्जर, आशीष पुत्र ओमप्रकाश व मेहताब उर्फ नन्ना पुत्र विजेंद्र निवासी खेड़ी सापला जिला रोहतक हैं।
चारों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान व उत्तर प्रदेश में किराए की टैक्सी भाड़े पर लेकर टैक्सी को सुनसान जगह पर ले जाते हैं और वहां टैक्सी चालक को हथियार की नोक पर बंधक बनाकर उससे नकदी व गाड़ी को लूटकर फरार हो जाते हैं। आरोपियो में अजय पुत्र सरजी जाट 4 अगस्त 2016 को अपनी प्रेमिका सपना गुप्ता का मर्डर करने के मामले में तिहाड़ जेल में बंद था, जो कि गत 19 अप्रेल 18 को 15 दिन की पैरोल पर आया था। लेकिन 5 मई को पैरोल की अवधि समाप्त होने के बाद भी वह जेल नहीं गया। दूसरे आरोपी मेहताब उर्फ नन्ना पर लूट-डकैती के काफी मामले हरियाणा में दर्ज हैं।
तीसरे आरोपी आशीष व चौथे आरोपी अजय उर्फ खली का आपराधिक रिकॉर्ड पुलिस खंगाल रही है। पुलिस ने आरोपियों से 5 देशी कट्टे, एक पिस्टल, एयरगन, एक लोहे की रॉड, एक मास्टर चाबी, गाड़ी की फर्जी नंबर प्लेट व एक गाड़ी जब्त की है। वारदात का पर्दाफाश करने में आरक्षी सुनील का विशेष योगदान रहा। पुलिस टीम में जगदीश, विजय सिंह, गजराज, प्रद्युम्न व राधिका का विशेष सहयोग रहा।
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