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अलवर के पूर्व प्राचार्य को नाइजीरियन गिरोह ने फंसाकर ठगे थे 71 लाख रुपए, अलवर पुलिस ने इस तरह किया गिरफ्तार

locationअलवरPublished: Aug 23, 2019 03:10:32 pm

Submitted by:

Sujeet Kumar

अलवर में बुजुर्ग से 71 लाख रुपए ठगने वाले नाइजीरियन गैंग को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

Alwar Police Arrest Nigerian Gang Who Honey Trap Old Men In Alwar

अलवर के पूर्व प्राचार्य को नाइजीरियन गिरोह ने फंसाकर ठगे थे 71 लाख रुपए, अलवर पुलिस ने इस तरह किया गिरफ्तार

अलवर. पुलिस ने फेसबुक पर हनी ट्रेप के जरिए पूर्व कॉलेज प्राचार्य से 71 लाख रुपए की ऑनलाइन को अंजाम देने वाले नाइजीरियन ठग गिरोह के आठ जनों को गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए ठगों में 2 नाइजीरियन और 6 भारतीय हैं। इनमें दो महिलाएं शामिल हैं। पुलिस ने ठगों के कब्जे से 44 लाख नकद सहित कई लेपटॉप, मोबाइल, सिमकार्ड, बैंक पासबुक व चेकबुक बरामद की हैं।
अलवर पुलिस ने मात्र 12 दिनों में इस गैंग को दबोच लिया है। अलवर पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने बताया कि स्कीम-8 निवासी पूर्व कॉलेज प्राचार्य सत्यव्रत शर्मा (72) 2007 में बाड़मेर में नियुक्त थे। इस दौरान राशिद नामक व्यक्ति से मुलाकात हुई। राशिद ने दुबई में दवाई का कारखाना होने का दावा करने के साथ ही उन्हें दुबई बुलाने का आश्वासन दिया। उसके बाद ठगी होने तक उनका राशिद से कोई सम्पर्क नहीं हुआ। 25 जुलाई 2019 को फेसबुक आईडी पर लुविस टरायो नामक विदेशी महिला का संदेश आया और फिर टरायो से व्हाट्स-एप पर बातचीत शुरु हो गई।
इसी दौरान टरायो ने उन्हें राशिद की याद दिलाते हुए बताया कि वह उसका पार्टनर है और उसे लीबिया की राजधानी त्रिपोली में किसी आतंकवादी ने गोली मार दी। राशिद ने उन्हें अपना वारिस घोषित किया है। उसके खाते में 14.4 मिलियन डालर जमा है। अगर वे साथ दें तो यह राशि उन्हें मिल सकती है। इसी दौरान टरायो ने मोहम्मद अब्दुला करीम से उनकी बात कराई और कहा कि वह दुबई का वकील है। इस बीच लंदन के मोबाइल नम्बर से मरसी स्मिथ नामक महिला का मैसेज आया और उसने घूमने के लिए जल्द भारत आने का झांसा दिया। इसके बाद लुविस टरायो, मोहम्मद अब्दुला करीम और मरसी स्मिथ ने उनसे अलग-अलग बैंक खातों में 71 लाख रुपए डलवा लिए।
यूं धरे गए शातिर ठग

मामला दर्ज होते ही पुलिस ने वोडाफोन कम्पनी के कर्मचारी मोहित, अनूप पांडे और योगेन्द्र को गिरफ्तार कर पूछताछ की। तीनों ने नाइजीरियन लोकी और जैम्स को फर्जी आईडी से सिम देना बताया। पुलिस ने इंडसइंड बैंक के खाताधारक करण राणा को पकड़ा तो उसका असली नाम मोहित निकला। इसके बाद पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए दो नाइजीरियन समेत गिरोह के 8 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। खुलासे में सीआईयू टीम और साईक्लोन सेल की विशेष भूमिका रही।
ये हैं पकड़े गए आरोपी

मोहित टोकस उर्फ करण राणा उर्फ अर्जुन राणा उर्फ विशाल टोकस (32) पुत्र धर्मवीर जाट निवासी सी-3264, 1 फ्लोर ग्रीन फील्ड कॉलोनी, फरीदाबाद हाल निवासी बाबा गंगनाथ चौक के नजदीक मुनीरका, नई दिल्ली। ठ्ठ राधामोनी उर्फ वसुंधरा (50) पत्नी अशोक भसीन निवासी सी-3264, 1 फ्लोर ग्रीन फील्ड कॉलोनी, फरीदाबाद-हरियाणा। ठ्ठ एलेस्का भसीन उर्फ नंदिनी पुत्री आदित्य भसीन निवासी सी-3264, 1 फ्लोर ग्रीन फील्ड कॉलोनी, फरीदाबाद-हरियाणा। ठ्ठ मोहित कुशवाहा (25) पुत्र शिवप्रसाद कुशवाहा निवासी रतनपुर कॉलोनी, थाना पनकी जिला कानपुर हाल एलआईए, 620/3 संगम विहार, नई दिल्ली। ठ्ठ अनूप कुमार पांडे (27) पुत्र धनंजय निवासी 1988 सिंघाडिय़ा, गोरखपुर हाल 177-ए पिलेजी कोटला, मुबारिकपुर नई दिल्ली। ठ्योगेन्द्र कुमार (44) पुत्र अजीत सिंह प्रजापत निवासी अलीपुर थाना धामडोच जिला गुरुग्राम हाल मकान नम्बर 99/1 छतरपुर एनक्लेव फेज-1, नई दिल्ली। ठ्ठ एचोनम जेम्स डेस्टीनी (31) निवासी नाइजीरिया हाल वार्ड-8 इस्लाम कॉलोनी, महरौली-नई दिल्ली। ठ्ठ लोकी (33) पुत्र ल्यामा निवासी नाइजीरिया हाल जवाहर पार्क रोड नई दिल्ली।
मुख्य आरोपी जोन्स फरार

पूछताछ में मोहित उर्फ करण राणा ने बताया कि उसने मुख्य आरोपी जोन्स नामक नाइजीरियन के साथ मिलकर अपने विभिन्न बैंक खातों में राशि डलवाई है। आरोपी मोहित बैंक खातों की व्यवस्था करता है तथा रुपए खातों से निकालकर नाइजीरियन को हिस्सा दे देता है। मुख्य आरोपी नाइजीरियन जोन्स अभी फरार है।
फर्जी नाम व आईडी से कई खाते

आरोपी मोहित ने अपनी सास राधामोनी उर्फ वसुंधरा व एलेस्का भसीन उर्फ नंदनी के नाम से कई बैंक खाते खुलवा रखे हैं। आरोपी राधामोनी व एनेस्का से विभिन्न बैंक खातों की 49 चेकबुक व पासबुक बरामद की गई है।
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