जानकारी के अनुसार एमआईए क्षेत्र निवासी एक महिला अपनी नाबालिग पुत्री के साथ मंगलवार को पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश हुई। महिला ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी कि एक जनवरी की शाम करीब साढ़े पांच बजे उसकी 10 वर्षीय पुत्री घर के बाहर खेल रही थी। इसी दौरान चार पुलिसकर्मी आए। जिनमें से दो वर्दी और दो सादा वर्दी में थे। इनमें से एक पुलिसकर्मी ने उसकी पुत्री को पीछे से पकडकऱ गोद में उठा लिया। उसके साथ छेड़छाड़ की और बाइक पर बैठाने का प्रयास किया। बालिका के शोर मचाने पर आरोपी उसे छोडकऱ भागे। जाते-जाते एक पुलिसकर्मी ने अपना नाम देवेन्द्र बताया और मोबाइल नम्बर भी दिए। वह पुलिसकर्मी धमकी देते हुए बोला कि जो भी कदम उठाए सोच समझकर उठाना। पुलिसकर्मी देवेन्द्र ने उसके बच्चों को उठवाने और भीख मंगवाने की धमकी भी दी।
उधर, जांच अधिकारी डीएसपी दीपक शर्मा का कहना है कि महिला की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी गई है। एमआईए थाना पुलिस ने दर्ज नहीं किया मामला
महिला का आरोप है कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने वह एमआईए थाने गई, लेकिन थाना पुलिस ने उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। पुलिस अधीक्षक ने महिला के परिवाद पर घटना के सम्बन्ध में मामला दर्ज करने के आदेश दिए। पीडि़ता फिर डीएसपी (दक्षिण) दीपक शर्मा से मिली। इसके बाद महिला की रिपोर्ट पर पुलिसकर्मी के खिलाफ छेड़छाड़ व धमकाने की धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
पुलिसकर्मी की पहचान छिपाते रहे महिला ने रिपोर्ट में जिस देवेन्द्र नाम के पुलिसकर्मी के खिलाफ आरोप लगाए हैं। वह फिलहाल कहां पदस्थापित है? इस बारे में कोई भी जानकारी देने से पुलिस अधिकारी बचते रहे। अधिकारियों ने मीडिया को पुलिसकर्मी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।