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अलवर पुलिस ने सिलीसेढ़ के पास होटल में वेश्यावृत्ति पर कार्रवाई की, लेकिन जानकारी देने से बच रहे, अब उठ रहे सवाल

locationअलवरPublished: Dec 02, 2020 02:17:38 pm

अलवर पुलिस ने पीटा एक्ट में कार्रवाई की लेकिन जानकारी देने से बच रही है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या होटल संचालकों के ऊंचे रसूख के कारण ऐसा हो रहा है।

Alwar Police Not Giving Detail Of Action On Sex Racket

,,अलवर पुलिस ने सिलीसेढ़ के पास होटल में वेश्यावृत्ति पर कार्रवाई की, लेकिन जानकारी देने से बच रहे, अब उठ रहे सवाल

अलवर. जिला पुलिस की ओर से सिलीसेढ़ स्थित होटलों में की गई पीटा एक्ट की कार्रवाई सवालों के कठघरे में है। तीन दिन बाद भी पुलिस इतनी बड़ी कार्रवाई का खुलासा करने से कतरा रही है, जबकि अब तक अलवर पुलिस हर छोटी से छोटी कार्रवाई का अधिकृत रूप से प्रेसनोट जारी कर मीडिया के सामने खुलासा करती आई है।
सदर थानाधिकारी प्रशिक्षु आईपीएस ज्येष्ठा मैत्रेयी के नेतृत्व में सदर थाना पुलिस और क्यूआरटी टीम ने रविवार शाम को सिलीसेढ़ स्थित बाबा होटल, सासूजी की ढाणी होटल और गुप्ताजी होटल पर दबिश दी। पुलिस ने वहां से वेश्यावृत्ति करते 18 युवक-युवतियों को गिरफ्तार किया था। कार्रवाई के तत्काल बाद पुलिस अधिकारियों ने पीटा एक्ट को लेकर की गई इस कार्रवाई पर अपनी पीठ थपथपाई और मुल्जिमों के साथ पुलिस टीम का फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, लेकिन कुछ ही देर बाद पुलिस ने इस कार्रवाई को लेकर अपने कान दबा लिए। पहले तो पुलिस अधिकारी कार्रवाई का अधिकृत प्रेसनोट जारी करने की बात कहते रहे, लेकिन बाद में अधिकारियों ने मीडिया के फोन उठाना बंद कर दिए।
वारंटी पकड़ ले तो महिमामंडन और अब चुप्पी

इस कार्रवाई को पुलिस तीन दिन से दबाकर बैठी है। पुलिस ने कार्रवाई और मुल्जिमों के खुलासे के लिए मीडिया में कोई अधिकृत प्रेसनोट जारी नहीं किया और ना ही मीडिया को विस्तार से जानकारी दी। जबकि अलवर पुलिस यदि कोई छोटे-मोटे मुल्जिम या वारंटी को भी गिरफ्तार कर लेती है तो उसका कार्रवाई के लम्बे-चौड़े महिमामंडन के साथ प्रेसनोट जारी करती है और खुलासे पर चुप्पी साधे बैठी है।
ये उठ रहे सवाल

– क्या पुलिस ने पीटा एक्ट की ये कार्रवाई आनन-फानन और नियम विरद्ध जाकर की, जो अब उसे बताने से कतरा रही है?

– क्या होटल संचालक या पकड़े गए आरोपी बड़े रसूखात रखते हैं जो पुलिस किसी दबाव में आकर उनके नाम और कार्रवाई का खुलासा करने से बच रही है?
– क्या भीतरखाने कोई सेटिंग का खेल हो गया है जो पुलिस अब मुल्जिमों को बचा रही है?

ऑफिशियल वर्जन नहीं देना

हम कार्रवाई मीडिया के लिए नहीं करते हैं कंवीक्षन के लिए करते हैं। आपको कार्रवाई को कठघरे में रखना है तो रखिए। मुझे इस बारे में कोई ऑफिशियल वर्जन नहीं देना।
– तेजस्विनी गौतम, जिला पुलिस अधीक्षक, अलवर।

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