ऑनलाइन शोपिंग सेक्टर में काम कर रही विभिन्न कम्पनियों के सैकड़ों डिलीवरी मैन जिले में घूम रहे हैं, जो लोगों के घरों तक पहुंच रहे हैं। लेकिन पुलिस के पास इनका कोई रिकॉर्ड नहीं है। अब पुलिस ने इन डिलीवरी मैन का वैरिफिकेशन करने का निर्णय किया है। इसके लिए पुलिस सम्बन्धित कम्पनियों से सम्पर्क कर रही है। इसके बाद जल्द ही इन कम्पनियों में काम करने वाले डिलीवरी मैन के पुलिस वैरिफिकेशन का काम शुरू किया जाएगा।
शुरुआत खानपान सामग्री पहुंचाने वालों से पिछले कुछ दिनों से ऑनलाइन ऑर्डर पर खानपान सामग्री की होम डिलीवरी देने वाली एक कम्पनी मार्केट में उतरी है। जिसके सैकड़ों डिलीवरी मैन लाल रंग की जैकेट और कमर पर लाल रंग का बैग लगाए दिनभर सडक़ों पर बाइक दौड़ाते नजर आते हैं। ये डिलीवरी मैन ऑर्डर मिलते ही खानपान की सामग्री लोगों के घरों तक पहुंचा रहे हैं। पुलिस सबसे पहले इस खाद्य सामग्री वाली कम्पनी के डिलीवरी मैन का पुलिस वैरिफिकेशन करेगी। इसके बाद गारमेंट्स, इलेक्ट्रोनिक आइटम व अन्य घरेलू जरुरतों के सामान पहुंचाने वाले डिलीवरी मैन का वैरिफिकेशन किया जाएगा।
बाहरी लोग कर रहे डिलीवरी मैन का काम खानपान सामग्री के ऑनलाइन मार्केट में अचानक तेजी से सक्रिय इस कम्पनी के आकर्षक डिस्काउंट लोगों को काफी लुभा रहे हैं। जिसके कारण लोग घर बैठे-बैठे ही ऑनलाइन ऑर्डर कर खानपान सामग्री मंगा रहे हैं। लोगों की डिमांड को पूरी करने के लिए अकेले इस कम्पनी के ही सैकड़ों डिलीवरी मैन सडक़ों घूम रहे और लोगों के घरों तक पहुंच रहे हैं। इस कम्पनी में ज्यादातर बाहर के लोग डिलीवरी मैन का काम कर रहे हैं।
अपराध का खतरा बढ़ा ऑनलाइन शॉपिंग के सामान और खाद्य सामग्री घर तक पहुंचने से अपराध का खतरा भी बढ़ गया है। डिलीवरी मैन की आड़ में कोई भी आपराधिक तत्व लोगों के घरों तक पहुंचकर रैकी कर सकता है और फिर आपराधिक वारदात को अंजाम दे सकता है। पुलिस के पास कोई रिकॉर्ड नहीं होने पर अपराधी वारदात करने के बाद आसानी से निकल सकता है।