मुख्यमंत्री गहलोत में जताया विश्वासप्रदेश की कांग्रेस में इन दिनों चल रही सियासी हलचल में अलवर जिले के विधायकों का बड़ा रोल रहा है। जिले में कांग्रेस के 5, बसपा से कांग्रेस में आए 2 तथा निर्दलीय दो विधायक खुलकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में रहे हैं। कांग्रेस के 7 व दोनों निर्दलीय विधायकों का कहना है कि उन्हें मुख्यमंत्री गहलोत में पूर्ण विश्वास है। इस कारण गहलोत के प्रति समर्थन जताया है। अलवर जिले के 9 विधायकों का साथ मिलने से मुख्यमंत्री गहलोत को संख्या बल जुटाना आसान हो गया। पायलट रहे खाली हाथ
मंत्री जूली विधायकों को लेकर पहुंचेजयपुर में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली सोमवार सुबह विधायक संदीप यादव सहित कई विधायकों को अपने साथ लेकर मुख्यमंत्री निवास स्थित विधायक दल की बैठक में लेकर पहुंचे। श्रम राज्य मंत्री के साथ जाने वाले विधायकों में ज्यादातर बसपा से कांग्रेस में आने वाले थे। बैठक के बाद बस में विधायकों को ले जाते समय भी जूली मुख्यमंत्री गहलोत के साथ ही रहे और उसी बस से रिसोर्ट पहुंचे। इसके अलावा जिले के अन्य विधायकों को एकजुट रखने में भी उनकी खास भूमिका रही। विधायक बोले, हम गहलोत के साथअलवर जिले से कांग्रेस के पांच विधायक शुरू से ही गहलोत खेमे में रहे हैं। वहीं बसपा छोड़ कर कांग्रेस में आए दोनों विधायक भी गहलोत के विश्वासपात्रों में माने जाते हैं। वहीं थानागाजी व बहरोड़ से निर्दलीय विधायक भी समर्थन देने के समय से ही मुख्यमंत्री गहलोत के साथ रहे हैं। कांग्रेस के सियासी घटनाक्रम के बीच जिले के सभी 9 विधायकों ने एक स्वर में कहा कि हम मुख्यमंत्री गहलोत के साथ हैं। इन विधायकों का कहना था कि राजस्थान में गहलोत सरकार स्थिर है और उसे किसी प्रकार का खतरा नहीं है। मुख्यमंत्री गहलोत के पास बहुमत के लिए पर्याप्त संख्या बल है। राठौड़ भी हैं गहलोत के खास
विधायक, तिजारा। सरकार को कोई खतरा नहीं राज्य में गहलोत सरकार को कोई खतरा नहीं है। कांग्रेस पार्टी एकजुट है और सरकार के पास पर्याप्त बहुमत है। जिले के कांग्रेस व निर्दलीय विधायक मुख्यमंत्री गहलोत के साथ हैं और आगे भी रहेंगे। सरकार जनहित में कार्य रही है। इस कारण सरकार को जनता का पूरा समर्थन है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में कोरोना संक्रमण से अच्छी तरह मुकाबला किया जा रहा है। साथ ही विकास में भी पीछे नहीं है।