सैकड़ों जिंदगी समाप्त फिर भी नहीं रेंगी जूं इस सडक़ से अतिक्रमण हटवाने की जिम्मेदारी यूआईटी की है, लेकिन सैकड़ों जिंदगी समाप्त होने के बाद भी उसके अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी है।
मंगलवार को पार्षद कपिल शर्मा की मौत भी इसी वजह से हुई। अगर सडक़ किनारे जगह होती तो वे आसानी से ट्रोला चेसिस की टक्कर से बच सकते थे।
बख्तल चौकी तक बड़े अतिक्रमण शहर में नंगली सर्किल से बख्तल की चौकी तक करीब तीन दर्जन से अधिक स्थानों पर बड़े अतिक्रमण है। कहीं दुकानों के आगे कबाड़ बिखरा है तो कहीं बजरी व रोडियों के ढेर पड़े हैं। कुछ जगहों पर अस्थाई दुकान लगी हैं।
ऑटोमोबाइल दुकानों के आगे अतिक्रमण जेएस फोरव्हील्स के आगे सडक़ किनारे दुपहिया व चौपहिया वाहन दिन भर खड़े रहते हैं। इससे वाहन चालकों को साइड में आने की जगह नहीं मिलती है। यही हाल हुण्डई शोरूम के आगे हैं। शोरूम के बाहर सडक़ किनारे तक अतिक्रमण है।
हनुमान सर्किल के निकट फैक्ट्री हनुमान सर्किल के निकट अवैध कारखाना चल रहा। इसके आगे बड़े वाहनों की बॉडी सडक़ किनारे पड़ी रहती है। कुछ आगे चलकर दो दुकानों के आगे सरिए व लोहे का सामान बिखरा रहता है। सडक़ पर डिवाइडर लाइन तक नहीं है। रोडलाइट बंद हैं। यातायात पुलिसकर्मी नजर नहीं आते।