घटना की सूचना मिलते ही भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक अमनदीप सिंह, एएसपी और डीएसपी समेत कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने पीडि़त परिवार से घटना की जानकारी ली। इसके बाद आरोपी से पूछताछ की।
आरोपी की तलाश के लिए घटनास्थल पर डॉग स्क्वायड टीम को बुलाया गया। डॉग स्क्वायड को आरोपी के फुट प्रिंट सहित अन्य सुरागों को सुंघाया गया। इसके बाद डॉग स्क्वायड सूंघता हुआ आरोपी के घर पहुंच गया और वहीं आसपास घूमता रहा। जिससे पुलिस को शक हो गया और आरोपी को हिरासत में ले लिया।
बलात्कार की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया और सोड़ावास इलाके में अपनी नानी के घर चला गया। पुलिस को जब यह पता चला तो संदेह और गहरा गया। फिर आरोपी को हिरासत में ले लिया।
वृद्धा को दिखाई और सुनाई कम देता है। घटना से कुछ घंटे पहले ही वृद्धा को उसकी बहू खाना खिलाकर गई थी। रात में वृद्धा का पौत्र आकर उसे संभालता है। घटना की रात वृद्धा का पौत्र शादी में गया हुआ था। इस कारण वह अपनी दादी के पास नहीं आया। रात को जब आरोपी युवक कोठड़ी में घुसा तो वृद्धा को लगा कि उसका पौत्र आया होगा।
पुलिस सूत्रों के अनुसार वृद्धा ने घटना के बाद जिस पड़ोसी व्यक्ति को आवाज देकर सबसे पहले बुलाया था, उसी व्यक्ति के बेटे ने वृद्धा से बलात्कार किया था। इस बारे में न तो वृद्धा और उसके घरवालों को पता था और न ही वृद्धा की मदद करने आए आरोपी के पिता को।