इस सनसनीखेज मामले में अभी तक पुलिस की पड़ताल कई धुरी पर घूम रही है, लेकिन अभी पुलिस को ठोस सुराग हाथ नहीं लग सके हैं। एसपी ने एसआईटी गठित की, पांच अन्य टीमें भी लगीमूक बधिर नाबालिग से गैंगरेप कर तिजारा फाटक ओवरब्रिज के ऊपर फेंकने की सनसनीखेज मामले में जांच के लिए जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने एसआईटी गठित की है। वहीं, पांच अन्य पुलिस की टीमें मुल्जिमों की तलाश में जुटी हुई है। इसमें जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम के नेतृत्व में एक एएसपी, तीन डीएसपी, छह थानों के एसएचओ और साइक्लोन सैल की टीमें गहनता से पड़ताल में जुटी हुई है। मामले की जांच डीएसपी ग्रामीण अमित सिंह को सौंपी गई है तथा जयपुर में पीडि़ता की देखदेख के राजगढ़ डीएसपी अंजली जोरवाल का भेजा गया है। जयपुर रेंज आईजी और एफएसएल टीम ने जायजा लियामूक बधिर नाबालिग से गैंगरेप की सनसनीखेज घटना के अगले दिन बुधवार को पहले जयपुर से एफएसल की टीम आई। टीम ने तिजारा फाटक ओवरब्रिज पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और मौके से साक्ष्य जुटाए। इसके बाद दोपहर में जयपुर रेंज आईजी संजय क्षोत्रिय अलवर आए। पुलिस जांच में जुटीमूक बधिर नाबालिग के साथ गैंगरेप कर ओवरब्रिज पर फेंक जाने की घटना को लेकर पुलिस की छह टीमें गहनता से अनुसंधान में जुटी है। पुलिस घटना से जुड़े सभी एंगलों पर गहनता से जांच कर रही है। फिलहाल पुलिस को मुल्जिमों के बारे में कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है। जल्द ही मुल्जिमों के बारे में सुराग लगने की उम्मीद है। – तेजस्विनी गौतम, जिला पुलिस अधीक्षक, अलवर।