अलवर जिले के थानागाजी में 26 अप्रेल को पांच युवकों ने पति के सामने पत्नी से बलात्कार किया और घटना के वीडियो-फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए। प्रकरण में पुलिस ने 2 मई को एफआईआर दर्ज करने के बाद गैंगरेप और घटना के फोटो-वीडियो वायरल करने के मामले में छह जनों को गिरफ्तार किया। पुलिस रेकॉर्ड पर नजर डालें तो थानागाजी गैंगरेप की घटना की एफआईआर दर्ज होने के बाद से अब तक यानि 35 दिन में 32 बलात्कार के मामले अलवर पुलिस रेकॉर्ड में दर्ज हो चुके हैं। इनमें से तीन गैंगरेप के मामले हैं।
थानागाजी के बाद पुलिस सतर्क थानागाजी गैंगरेप की घटना में पुलिस की लापरवाही उजागर हुई। जिसके कारण तत्कालीन अलवर एसपी राजीव पचार, थानाागाजी एसएचओ सरदार सिंह के अलावा थानागाजी थाने के चार अन्य पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी। इसके बाद से जिला पुलिस बलात्कार के मामलों में पूरी सतर्कता बरत रही है। अब बलात्कार के मामलों में पुलिस का फोकस तुरंत आरोपियों की गिरफ्तारी पर हैं। पिछले दिनों दर्ज हुए बलात्कार के ज्यादातर प्रकरणों में पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
अलवर जिले में बलात्कार के प्रकरण वर्ष ——- प्रकरण
2015 ——- 242
2016 ——- 221
2017 ——- 285
2018 ——- 351
2019 ——- 114
(नोट- उपलब्ध आंकड़े मई-2019 तक) वर्ष-2018 में टॉप फाइव जिले, जहां सबसे ज्यादा बलात्कार के मामले दर्ज हुए
जिला——- बलात्कार के प्रकरण
अलवर——- 351
जयपुर कमिश्नरेट——- 299
उदयपुर——- 244
भरतपुर——– 203
गंगानगर ——- 188 बलात्कार के प्रकरणों में रिपोर्ट मिलते ही तत्काल एफआईआर दर्ज कर गहनता से अनुसंधान किया जा रहा है। पिछले करीब एक माह में अलवर जिले में 32 बलात्कार के मामले दर्ज हुए हैं।
– सुरेश खींची, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय), अलवर।