केन्द्र सरकार कौशल विकास से जुड़े संस्थानों, देश भर में कौशल विकास के फ्रेमवर्क में सुधार कर युवाओं के आजीविका संवर्धन के लिए विश्व बैंक की सहायता संकल्प प्रोजेक्ट का संचालन कर रहा है। अब संकल्प प्रोजेक्ट को जिले में चल रहे शक्ति एप से जोडऩे की तैयारी है। यदि केन्द्र सरकार के संकल्प प्रोजेक्ट में अलवर शक्ति एप को शामिल किया जाता है, तो यह अलवर के युवाओं के लिए बड़ी सौगात हो सकती है। संकल्प प्रोजेक्ट के लिए विश्व बैंक ने भारत सरकार को करीब 4500 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता ऋण के रूप में मुहैया कराई है। इस राशि से देश भर में युवाओं के कौशल विकास में सुधार कर उन्हें आजीविका संवर्धन योग्य बनाने के प्रयास रहेंगे।
कौशल विकास के कार्य में अलवर जिला पहले ही आगे जिले में कौशल विकास का कार्य अलवर शक्ति एप के माध्यम से पहले ही शुरू किया जा चुका है। इस कारण संकल्प प्रोजेक्ट में जिले को देश भर में मॉडल जिले के रूप में शामिल करने की उम्मीदें बढ़ी है। संकल्प प्रोजेक्ट में अलवर जिला प्रदेश में अकेला है, जहां के कौशल विकास को लेकर किए गए कार्य का प्रजेंटेशन के माध्यम से देखने का निर्णय किया है। अलवर जिला कलक्टर सिंह की पहल पर शुरू हुए अलवर शक्ति एप का दिल्ली में 17 फरवरी को प्रजेंटेशन दिया जाएगा। स्वयं जिला कलक्टर सिंह केन्द्र सरकार के सचिव के समक्ष यह प्रजेंटेशन देंगे।
मॉडल जिला बनने पर जिले को मिलेगा फायदा दिल्ली में प्रजेंटेशन के बाद अलवर जिले को संकल्प प्रोजेक्ट में मॉडल जिले के रूप में चयनित किया जाता है तो केन्द्र सरकार की ओर से जिले में कौशल विकास के लिए अतिरिक्त आर्थिक सहायता दिए जाने की उम्मीद है। इससे जिले के युवाओं के स्किल डवलपमेंट में मदद मिल सकेगी। वहीं अलवर जिले के युवाओं को कौशल विकास के लिए अच्छे प्रशिक्षण केन्द्र मिलना संभव हो सकेगा।
बैंग्लूरु से आइआइएम फैलो आएंगे संकल्प प्रोजेक्ट के तहत देश भर में संचालित महात्मा गांधी नेशनल फैलोशिप में राजस्थान से 5 जिले शामिल हैं। इनमें अलवर, जयपुर, धौलपुर, बारां व कोटा जिला शामिल हैं। इस कार्यक्रम में देश भर में 75 जिलों को शामिल किया गया है। इन जिलो में बैंग्लूरु आइआइएम के एक-एक फैलो को भेजा जाएगा। अलवर जिले में मार्च माह में बैंग्लूरु से एक फैलो के आने की संभावना है। यह फैलो जिले में करीब एक साल रुककर कौशल विकास के क्षेत्र में अलवर जिले में हो रहे कार्यों की जानकारी लेंगे। साथ ही कौशल विकास के क्षेत्र में नवाचारों व संभावना को तलाशेंगे। वहीं एक साल आइआइएम में फील्ड से जुटाई जानकारी के आधार पर रिपोर्ट तैयार करेंगे। सरकार का उद्देश्य इन फैलो को स्किल डवलपमेंट के लिए मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार करना है।
एक लाख से ज्यादा युवा शक्ति एप से जुड़े अलवर शक्ति अभियान में अब तक अलवर जिले में एक लाख युवा शक्ति एप से जुड़ चुके हैं। शक्ति एप के माध्यम से युवाओं की ग्रासरूट तक पहुंच संभव है। इसमें नियमित टेस्ट व रोजगार की जानकारी उपलब्ध है। जिले में 512 शक्ति केन्द्र व्यवस्थित हो चुके हैं, वहीं 14 ब्लॉकों में शक्ति केन्द्र तैयार हैं। जिले में एक जिला शक्ति केन्द्र तैयार हो चुका है, वहीें 32 युवा चौपालों का आयोजन किया जा चुका है। ब्लॉक स्तर पर तैयार शक्ति केन्द्रों के संचालन के लिए निजी कम्पनी से एमओयू किया गया है।