थाना अधिकारी राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि रविवार शाम लॉकडाउन एवं धारा 144 की पालना के लिए कठूमर पुलिस का जाब्ता कठूमर, अरुआ, मसारी होते हुए गांव इंदिरा कॉलोनी पहुंचा, जहां पर सरकारी स्कूल के पास मोहन पुत्र बाबूलाल, बबली पुत्र हरिश्चंद्र, पप्पू पुत्र रामदयाल, बसंत पुत्र रामदयाल आदि बैठे हुए थे। इन लोगों से पुलिस ने कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए सोशल डिस्टेंसिंग पालना के लिए कहा गया तो ये आक्रोशित हो गए और कॉलोनी के 10-15 व्यक्ति और को बुला लिए, जिनमें महिलाएं भी शामिल थी। इन लोगों ने पुलिस जाप्ते पर ईंट-पत्थर फेंके और मारपीट करने लगे जिससे कांस्टेबल असलम के दाहिने हाथ में चोट आ गई। दो सरकारी गाडिय़ों के शीशे टूट गए। जब पुलिस दल ने उनको पकडऩे की कोशिश की तो मौके से फरार हो गए।
मौके से फरार होने वालों में शीला पत्नी विजय सिंह, सुमन्ता पत्नी पप्पू सिंह, राजू पुत्र बुद्धा, विनोद पुत्र जगनी, प्रदीप पुत्र जगनी, मोहन पुत्र बाबूलाल, रामप्रसाद पुत्र बप्पा, कल्लू पुत्र दुल्ली, महेंद्र पुत्र दुल्ली, कांता पुत्र हरिचंद, विनय पुत्र रामदयाल, केसंती पत्नी बाबूलाल, बबली पुत्र हरिश्चंद्र, राजेंद्र पुत्र बुद्धा, पप्पू पुत्र रामदयाल जातियान जाटव निवासी इंदिरा कॉलोनी शामिल है तथा अन्य व्यक्तियों की पहचान नहीं हो पाई।
पथराव की सूचना पर लक्ष्मण पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र शर्मा, खेड़ली थानाधिकारी सचिन शर्मा व क्यूआरटी मौके पर पहुंची और शांति व्यवस्था कायम की गई। पुलिस ने सुबह मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने नौ लोगों को हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है।