अन्नपूर्णा रसोई में मिल रहे नाश्ते एवं भोजन की गुणवत्ता सही नहीं होने से लोगों का योजना से रुझान हटने लगा है। अन्नपूर्णा रसोई में लोगों को सुबह पांच रुपए में नाश्ता व आठ रुपए मे ंसुबह शाम भोजन मिलता है। योजना शुरू होने के बाद यहां चौराहे पर लगने वाली अन्नपूर्णा रसोई वाहन पर लोगों की खासी भीड़ उमड़ती थी। अब स्थिति यह है कि रसोई वाहन पर दिन भर सन्नाटा पसरा रहता है। इस मामले में कर्मचारियों ने कहा कि भोजन एवं नाश्ते की गुणवत्ता को लेकर पूरा ध्यान रखा गया है। अभी तक तो शिकायत आई नहीं है लेकिन बिक्री कम होती जा रही है।
नहीं ली सुध अन्नपूर्णा रसोई शुरू होने के कुछ बाद से ही इस में नाश्ते व भोजन की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें सामने आने लगी थी। शिकायत अधिकारियों तक भी पहुंची लेकिन कभी किसी अधिकारी ने यहां मिल रही भोजन में नाश्ते की गुणवत्ता एवं पौष्टिकता जांचने की जहमत नहीं उठाई। ऐसे में अब स्थिति यह है कि यहां भीड़ तो दूर दिनभर रसोई कर्मचारी लोगों के आने का इंतजार करते नजर आते हैं।
बस्तियों में खाना खिलाने जा रही गाड़ी अन्नपूर्णा रसोई पर अब बेहद कम लोग खाना खाने आते हैं, अब यह रसोई लुहार व कच्ची बस्तियों में खाना खिलाने जा रही है। गाड़ी को सुबह-शाम बस्ती के पास ले जाया जाता है, जहां बस्ती के लोग सस्ता खाना खा रहे हैं। आमजन के लिए शुरु की गई यह योजना अब ठंडे बस्ते में नजर आ रही है।
अन्नपूर्णा रसोई की खाद्य सामग्री की जांच कर गुणवत्ता देखेंगे और कमी पाई गई तो सुधार करवाएंगे।
-रामवतार कुमावत, उप जिला कलक्टर, बहरोड़ ।
-रामवतार कुमावत, उप जिला कलक्टर, बहरोड़ ।