एसीबी के पुलिस उपाधीक्षक सलेह मोहम्मद ने बताया कि 9 अप्रेल को राजगढ़ के वेदान्ता हॉस्पिटल के संचालक डॉ. हरिमोहन सैनी ने एसीबी में शिकायत दी कि उसने हर साल की तरह जननी सुरक्षा योजना के एमओयू के लिए सीएमएचओ कार्यालय में दस्तावेज दिए थे। जिस पर सीएमएचओ को साइन करने थे।
हॉस्पिटल को बंद करने की धमकी गत 5 अप्रेल को सीएमएचओ पंकज गुप्ता अपने भाई अमित गुप्ता के साथ उसके हॉस्पिटल आए और हॉस्पिटल में खामियां बता कर्मचारियों के उपस्थिति रजिस्टर आदि उठा ले गए। उन्होंने हॉस्पिटल को बंद करने की धमकी देकर कार्यालय आकर डीपीएम नभेन्द्र सिंह भाटी से मिलने को कहा।
एसीबी ने रिकॉर्डिंग कराई इसके बाद वह 8 अप्रेल को फिर उसके हॉस्पिटल आए। इस दौरान डॉ. सैनी वहां नहीं मिले। इस पर वे हॉस्पिटल के कर्मचारियों से डॉ. सैनी के डीपीएम से मिलने की कहकर चले गए। एसीबी के पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि 9 अप्रेल को डॉ. सैनी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय आए और डीपीएम से मिले। इसकी एसीबी ने रिकॉर्डिंग भी कराई। इस दौरान डीपीएम ने कार्रवाई नहीं करने के एवज में दो लाख रुपए की मांग की।
रिश्वत की राशि एक मुश्त देने को कहा डीपीएम ने कहा कि पैसे नहीं देने पर सीएमएचओ उसका हॉस्पिटल बंद कर देंगे। डीपीएम ने इस दौरान सैनी की सीएमएचओ के भाई अमित से भी बात कराई, जिसने रिश्वत की राशि एक मुश्त देने को कहा। गत 10 अप्रेल को डॉ. सैनी फिर से सीएमएचओ कार्यालय गए और भाटी से मिले। इस दौरान सीएमएचओ भी कार्यालय में मौजूद थे।
कार्रवाई नहीं करने के बदले डेढ़ लाख रुपए सैनी के रकम ज्यादा होने की कहने पर भाटी सीएमएचओ के कमरे में गया और वापस आकर भविष्य में कोई कार्रवाई नहीं करने के बदले डेढ़ लाख रुपए देने की बात कही। एसीबी के पुलिस उपाधीक्षक के अनुसार इसी दिन रात्रि को हरिमोहन के पास सीएमएचओ के भाई अमित को फोन आया। उसने कहा कि आप डीपीएम से मिले कि नहीं।
पैसे देने को कहा अगले दिन डीपीएम ने सुबह हरिमोहन को फोन कर मंगलवार को ही पैसे देने को कहा। उसने कहा कि सीएमएचओ के भाई का फोन आया है, कि सीएमएचओ साहब जयपुर गए हैं। यदि मंगलवार को पैसे नहीं मिले तो जयपुर से लौटते समय वे सीधे आपके हॉस्पिटल आएंगे और कार्रवाई करेंगे। उसने हरिमोहन को पैसे लेकर दोपहर 2.30 बजे कार्यालय बुलाया।
रंगे हाथों दबोच लिया इस पर एसीबी ने हरिमोहन को दोपहर 2.30 बजे गाड़ी लेकर सीएमएचओ कार्यालय भेजा और बाहर से ही डॉ. सैनी ने डीपीएम को फोन किया। इस पर डीपीएम आकर उसकी गाड़ी में बैठ गया और पैसे लेकर फोन पर सीएमएचओ को सूचना दी। इसके बाद जैसे ही हरिमोहन उसे गाड़ी में बैठाकर नंगली सर्किल पहुंचा, एसीबी की टीम ने भाटी को रंगे हाथों दबोच लिया।
सीएमएचओ से भी होगी पूछताछ एसीबी के पुलिस उपाधीक्षक के अनुसार मामले में सीएमएचओ से भी पूछताछ की जाएगी। मामले में सीएमएचओ की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। एसीबी सीएमएचओ के भाई से भी पूछताछ करेगी।
डीपीएम ने लगाया सीएमएचओ पर आरोप गिरफ्तार डीपीएम ने पूछताछ में एसीबी टीम को बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कहने पर रिश्वत मांगी थी। इस राशि में से सवा लाख रुपए सीएमएचओ को देने थे।