खेल व अन्य बड़े विश्वविद्यालय बंद कर दिए। यह समझ नहीं आ रहा है कि जानबूझकर एेसा क्यूं किया गया? इसलिए जनता में आक्रोश है। जनता खुद मन बना चुकी है। लोकतंत्र में जनता ही माई-बाप है। उन्होंने कहा कि हमारे पास जनता का विश्वास और कार्यकर्ताओं की मेहनत है। उसके आधार पर कह सकते हैं कि कांग्रेस चुनाव जीतेगी।
26 दिन की भागीदारी क्यूं? गहलोत ने कहा कि बदले की भावना से काम हुआ है। रफाइनरी में तेल, पानी, बिजली सब हमारा है। फिर भी चार साल तक कुछ नहीं किया। अब नए एमओयू में २६ दिन की भागीदारी ही क्यूं। इसका भाजपा सरकार जवाब दे।
2 करोड़ रोजगार मिले न काला धन आया उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने दो करोड़ को रोजगार देने, काला धन व अच्छे दिन लाने का वादा किया। इसके अलावा उनके चुनाव से पहले के भाषणों की फिल्म उतार लो। पता लग जाएगा। राजस्थान में तो बदले की भावना से काम हुुआ है। अब जनता ही पूछ रही है कि उनका कसूर बताओ जो 163 सीट थमाई। प्रदेश में कानून व्यवस्था के हालात खराब हैं। पति के सामने दुष्कर्म और छोटी बालिकाओं से दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। लगता है गृहमंत्री के हाथ में कुछ नहीं है।
चुनाव आयोग पर भी सवाल उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास साधनों की कमी है। उसके बावजूद कार्यकर्ता व जनता के विश्वास से मैदान में हैं। आचार संहिता की पालना के सवाल पर कहा कि टीएन शेषन के समय में लगता था कि डीआरओ आ रहे हैं। अब तो पता नहीं किस माहोल में काम हो रहा है। गुजरात में भी देखा यहां भी। इससे अच्छा है ऑब्जर्वर की जरूरत ही नहीं है। जिसकी लाठी उसकी भैस जैसा चुनाव हो रहा है। भाजपा के पास पैसा है हमारे पास जनता का विश्वास। उसके आधार पर कह सकते हैं कि कांग्रेस चुनाव जीतेगी।