उन्होंने बताया कि 9 अक्टूबर को अनारूल हुसैन फारूकी पुत्र महमूद हुसैन फारूकी निवासी पुप बन्दरबेला थाना मुराजार जिला हुजाई असम व फिरोज आलम ओएलएक्स पर जेसीबी खरीदने के लिए अलवर आए, जहां एक अस्पताल के पास उन्हें दो व्यक्ति खड़े मिले, जो इन्हें जेसीबी दिखाने के लिए गांव हमीराका ले आए और दोनों को एक घर में बंधक बना लिया। इनके साथ मारपीट की गई और इनसे 85 हजार रुपए लूट लिए।
टटलूबाजों ने बुधवार को अपह्रत दोनों व्यक्तियों के घर वालों से छोडऩे की ऐवज में मोबाइल से बात कर 15 लाख रुपए की मांग की। परिजनों ने 50 हजार रुपए आरोपियों की ओर से बताए गए खाते में ऑनलाइन डलवा दिए। इसके बाद आरोपी दोनों को अलग-अलग बाइकों से मिलकपुर तुर्क (टपूकड़ा) के जंगल में ले गए, जहां मौका पाकर अनारूल हुसैन फारुकी वहां से भाग निकला तथा ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस को सूचना दी।
इस पर भिवाड़ी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर थाना प्रभारी दारा सिंह के नेतृत्व में कांस्टेबल अनिल कुमार, बलदेव, नटवर , लालचन्द, दलमीर खां की टीम गठित की। उधर, भिवाड़ी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र यादव ने बताया कि फिरोज आलम को देर रात पुलिस के बढ़ते दबाव को देख टटलूबाज कहीं छोडकऱ भाग निकले थे। पुलिस देर रात फिरोज की तलाश में जुटी थी तो पता चला कि फिरोज टटलूबाजों के चंगुल से छूटकर दिल्ली जा पहुंचा, जहां से वह असम के लिए रवाना हो गया।