जानकारी के अनुसार जिरावका की ढाणी भैरूबास जिला रेवाड़ी निवासी विक्रम पुत्र चन्दन सिंह को मांढण थाना पुलिस ने एक युवती के अपहरण के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। मंगलवार को बंदी विक्रम मैस में सब्जी काट रहा था। अचानक उसने चाकू से गर्दन व गले पर वार करने शुरू कर दिए। गले से खून बहता देख अन्य बंदियों ने उसे रोका और जेल प्रशासन को सूचना दी। उधर, अस्पताल में भर्ती बंदी विक्रम ने बताया कि उस पर लगा युवती के अपहरण का आरोप झूठा है। उसके परिजन भी उससे मिलने नहीं आते। इससे वह व्यथित है। बंदी ने बताया कि उसने युवती का अपहरण नहीं किया। उसकी युवती से करीब एक साल से दोस्ती थी। युवती के मामा उसके गांव के थे और वहां युवती का आना-जाना लगा रहता था। उधर, जेल प्रशासन के अनुसार मामले में बंदी के खिलाफ जेल अधिनियम में कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी एक बंदी ने की आत्महत्या केन्द्रीय कारागार अलवर में 14 अप्रेल को एक विचाराधीन बंदी ने बैरक नम्बर तीन की खिडक़ी पर कपड़े का फंदा लगा आत्महत्या की थी। बंदी गोपेश उर्फ गोपी (27) पुत्र विश्रामदत्त शर्मा मालाखेड़ा के हल्दीना गांव का रहने वाला था।
अलवर जेल रहा है विवादों में अलवर केन्द्रीय कारागृह में कई ऐसी घटनाएं हुई है, जिनसे यह विवादों में रहा है। यहां कुछ दिन पहले गांजा सप्लाई कर रहे रसोईए को धरा गया था। इस जेल मे जैमर न होने के कारण मोबाइल का खुला खेल चलता है। इसके साथ ही इस जेल के कैदी एंड्रॉइड मोबाइल भी रखते हैं।