भाखेड़ा गांव में सिल्वर ओक स्कूल के पीछे 50 बीघा में अवैध प्लाटिंग की जा रही हैं। यहां कुछ दिनों पहले ही यूआईटी ने अवैध प्लाटिंग की चारदीवारी तोड़ दी थी।यहां यूआईटी ने प्लॉट नहीं खरीदने की चेतावनी बोर्ड लगाए थे लेकिन अब वे हटा दिए गए हैं। यहां अब पहले की तरह सड़कें बनाई जा रही हैं।हजारों मकान बन गए-
अलवर-भूगोर बाइपास पर ही अवैध प्लाटिंग काफी समय से हो रही हैं। यहां अब भी खूब प्लाट बेचे जा रहे हैं। राजनीतिक दवाब के चलते यहां भूमाफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि यह जमीन अनुसूचित जन जाति की है जिसके प्लॉट भी इकरारनामें पर बेचे गए। अब यहां मकान बन गए और प्लाटिंग का काम थमा नही है।–
मंदिर माफी की जमीन तक बेच दी-200 फीट रोड पर मंदिर माफी की जमीन पर अवैध प्लाटिंग हो रही है। इसकी शिकायत कई बार यूआईटी को यहां के लोगों ने की लेकिन यह सिलसिला थमा नहीं है।
—–किसी भी सड़क मार्ग पर देखिए, मिल जाएंगी अवैध प्लाटिंग- अलवर- रामगढ़ सड़क मार्ग पर पिछले दो सालों से अवैध प्लाटिंग खूब हुई है, जहां दुकानें तक बनाकर बेची जा रही हैं। यहां यूआईटी ने कार्रवाई की तो यह मामला विधानसभा में उठाया गया। इसी प्रकार बहरोड़ सड़क मार्ग पर अवैध प्लाटिंग बढ़ती जा रही है।———
सूचना मिलने पर हटाते हैं-हमें कोई अवैध प्लाटिंग की सूचना देता है या हमें पता लगता तो तत्काल कार्रवाई की जाती है। लोगों को यह प्लॉट नहीं खरीदने चाहिए जिनसे उनको बड़ा नुकसान हो सकता है। यहां मकान बनने पर भी तोड़े जा सकते हैं।
– भानु श्री, अतिक्रमण निरोधक अधिकारी, अलवर।