यह स्थान अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की पंचायत समिति उमरैण के ग्राम पंचायत माधोगढ़ क्षेत्र में आता है। लेकिन यहां तक पहुंचना बहुत ही मुश्किल है माधोगढ़ तिराहा रोड पर सडक़ पर बहुत बडे़ बडे़ गडढे हो रहे हैं। जिसमें से निकलते ही धक्के लगने लगते हैं, बारिश में इन गडढे में पानी भर जाने से मुश्किलें और बढ़ जाती है। यहां पर पर्यटन विभाग की ओर से लगाई गई लाइट खराब पड़ी हुई है। सीसीटीवी कैमरे भी खराब पड़े हैं, मौके पर पॉलिथीन व अन्य अपशिष्ट पदार्थों का ढेर लगा हुआ है। जिसके निष्पादन की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जिसके चलते यह स्थान गंदगी का शिकार भी हो रहा है ।
महिलाओं के लिए सुलभ शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है। इसके चलते महिलाओं को खुले में ही जाना पड़ता है। पॉलिथीन पर प्रतिबंध होने के बावजूद दुकान पर मिलने वाला प्रसाद पॉलिथीन में बिकता है, प्रसाद चढ़ाने के बाद श्रद्धालु पॉलिथीन को इधर उधर फेंक देते हैं। कचरा पात्र कहीं नजर ही नहीं आते हैं। जिसके चलते यहां पर जगह-जगह पॉलिथीन के ढेर लगे हुए हैं। यहां दोनों घाटों पर इतनी गंदगी है कि यहां बैठना ही मुश्किल है। पानी में कचरा पडा होने से हर समय दुर्गंध फैली रहती है। इस पानी में नहान से संक्रमण की बीमारी भी हो सकती है। पर्यटन विभाग द्वारा इसकी देखरेख समय पर नहीं होने के कारण गंदगी का साम्राज्य बना हुआ है ।
वन विभाग ने भी केवल अपने विभाग का बोर्ड लगा कर इतिश्री कर ली है जबकि मौके पर पॉलिथीन या गंदगी को फैलाने से रोकने के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। सफाई के प्रति उदासीनता श्रद्धालु गोविंद जोशी, राजेंद्र जोशी, दीनदयाल, राम अवतार, हरिकिशन का कहना था मौके पर प्रशासन ,वन विभाग ,पंचायत विभाग के साथ साथ आमजन को भी सफाई व्यवस्था का ध्यान रखना चाहिए।