सरकारी अस्पताल में 10 ही वेंटिलेटर अलवर के सामान्य अस्पताल में केवल दस ही वेंटिलेटर हैं। एक वेंटिलेटर पर करीब 15 से 20 लाख रुपए खर्च होते हैं। अब विधायक, सांसद व आमजन के आर्थिक सहयोग से वेंटिलेटर बढ़ाने के प्रयास तेजी से जारी हैं। लेकिन, मौजूदा व्यवस्थाओं को देखते हुए सरकारों पर बड़ा दबाव भी है। जिसमें हर व्यक्ति मदद करें तो बड़ी राहत मिल सकती है।
जिले में 6 हजार बैड का इंतजाम जिले में सरकारी व निजी अस्पतालों में करीब 6 हजार बैड का इंतजाम करने की जरूरत समझी जा रही है। निजी अस्पतालों को प्रशासन ने 50 प्रतिशत तक बैड रिजर्व रखने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में भी करीब 2 हजार से अधिक बैड हैं। इनके अलावा इएसआइसी मेडिकल कॉलेज अलवर, इएसआइसी अस्पताल भिवाड़ी सहित कुछ पुराने बड़े निजी अस्पतालों के भवनों को भी आइसोलेशन वार्ड के रूप में तैयार किया जाने लगा है। चिकित्सकों का कहना है कि पहले करीब तीन हजार बैड का लक्ष्य तय हुआ लेकिन, इससे दोगुने बैड तैयार करने में जुटे हैं।
इनकी पड़ेगी जरूरत अस्पतालों में वेंटिलेटर, पीपीई किट, नेबुलाइजर मशीन, क्रेशकार्ट, अम्बू बैग, फिंगर पल्स ऑक्सीमीटर, एबीजी मशीन सहित कई तरह की मशीन व उपकरणों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है। जिसके लिए जनप्रतिनिधि सहित आमजन भी सहयोग करने को आगे आने लगे हैं।