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बहरोड़ थाने के पुलिसकर्मी पपला गुर्जर को भगाने की इतनी बड़ी साजिश के बाद भी खुले घूम रहे, कार्रवाई तक नहीं

locationअलवरPublished: Sep 14, 2019 10:01:35 am

पपला गुर्जर को भगाने में बहरोड़ पुलिस के कांस्टेबल पर कार्रवाई नहीं की जा रही है।

Behror Police Constables Who Help To Ran Papla Gujjar

बहरोड़ थाने के पुलिसकर्मी पपला गुर्जर को भगाने की इतनी बड़ी साजिश के बाद भी खुले घूम रहे, कार्रवाई तक नहीं

कुख्यात अपराधी पपला गुर्जर को बहरोड़ थाने से भगाने में सहयोगी पुलिसकर्मी निलम्बन और बर्खास्तगी के बाद भी खुले घूम रहे हैं। घटना के एक सप्ताह बाद भी एसओजी का इन दागी पुलिसकर्मियों के बयान और गिरफ्तारी पर कोई ध्यान नहीं है। कहीं, ऐसा ना हो कि इस ढिलाई के कारण बाद में एसओजी को उन्हें पकडऩे में मशक्कत करनी पड़े।
बराबर के दोषी, लेकिन कार्रवाई में अंतर

बहरोड़ थाने में एके-47 से फायरिंग करा भागने वाले कुख्यात अपराधी पपला गुर्जर प्रकरण में पुलिस मुख्यालय ने हैडकांस्टेबल विजयपाल और रामावतार को बर्खास्त किया है तथा एसएचओ सुगनसिंह, हैडकांस्टेबल सुनील और संतरी कृष्ण कुमार को निलम्बित किया गया है। प्रकरण में एसएचओ सुगनसिंह और हैडकांस्टेबल विजयपाल व रामावतार बराबर के दोषी है। क्योंकि प्रकरण की सौदेबाजी का खेल एसएचओ से शुरू हुआ था, लेकिन फिर भी मुख्यालय ने एसएचओ और दोनों हैडकांस्टेबलों पर अलग-अलग कार्रवाई की है।
कई अधिकारियों पर अभी तक कार्रवाई नहीं

पपला गुर्जर को थाने से भगाने के षड्यंत्र में गिरफ्तार जखराणा सरपंच विनोद स्वामी की स्कोर्पियो अपने पास रखने के आरोप में बहरोड़ के पूर्व डीएसपी जनेशसिंह तंवर को निलम्बित किया गया है। जबकि विनोद स्वामी के क्षेत्र के एक बड़े पुलिस अधिकारी और नीमराणा थाने में पूर्व में रहे एक एसएचओ से भी गहरे सम्बन्ध रहे हैं। एसएचओ की शह पर नीमराणा क्षेत्र में विनोद स्वामी की शराब की अवैध ब्रांचें चलती थी। लेकिन ये पुलिस अधिकारी अभी तक साफ बचे हुए हैं। पुलिस मुख्यालय ने इन अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।

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