भाजपा-कांग्रेस के 50-50 के बीच, आप का 20-20 के जैसा चुनावी मैच
अलवरPublished: Dec 04, 2022 09:02:20 pm
मध्य गुजरात में आदिवासी सीटों पर भाजपा-कांग्रेस के साथ ही आम आदमी पार्टी भी मैदान में जोर लगा रही है। आदिवासी क्षेत्र में अभी तक किसी एक दल का विशेष रूप से जोर नहीं चला है। दाहोद जिले में अब तक भाजपा-कांग्रेस ही बराबरी पर रही है, अब भाजपा ने और ताकत झौंकी दी है। वहीं प्रचार में कांग्रेस को आप टक्कर दे रही है।


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सुनील सिंह सिसोदिया दाहोद (गुजरात)।
सेन्ट्रल गुजरात में विधानसभा चुनाव चरम पर है और आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए राजनीतिक दल रणनीति बनाने में जुटे हैं। मध्य गुजरात के हादोद, छोटा उदयपुर और पंचमहल आदिवासी बहुल जिले हैं। दाहोद की 74 फीसदी आबादी आदिवासी है। अब तक गुजरात में आदिवासी वोट बैंक को साधना किसी भी राजनीतिक दल के लिए आसान नहीं रहा है। यही वजह है कि आदिवासियों पर किसी भी एक दल का वर्चस्व नहीं रहा। भारतीय ट्राइबल पार्टी का उदय भी आदिवासियों की वजह से ही हुआ। वहीं भाजपा के मुकाबले कांग्रेस की पकड़ आदिवासियों पर मजबूत रही है। सेन्ट्रल गुजरात के आदिवासी बहुल जिले दाहोद और छोटा उदयपुर में कांग्रेस-भाजपा को अब तक बीटीपी ने कड़ी टक्कर दी है। लेकिन अब आम आदमी पार्टी ने हो ताल ठोंक दी है। प्रदेश की कुल आरक्षित सीटों में से करीब आधी 13 सीटें सेन्ट्रल गुजरात में हैं।