साधन संपन्न गांव होने के बावजूद गांव की छवि लुटेरों जैसी बन गई है। हाल की घटनाओं के बाद गांव के हालात चिंताजनक हो गए हैं। ग्रामीणों को भी खतरा सताने लगा है। बैठक में अपराध पर लगाम लगाने के लिए कई सख्त निर्णय लिए गए।
रविवार को भिवाड़ी मोड़ स्थित सरकारी विद्यालय में गुर्जर समाज के कई गांवों के पंचों की बैठक हुई थी। बैठक में हुए निर्णयों को आगे बढ़ाने और गांव में उनका सख्ती से पालन करने के लिए सोमवार को ग्रामीण फिर से एकत्रित हुए।
रत्तीराम मास्टर की अध्यक्षता में हुई बैठक मेें गांव के आपराधिक प्रवत्ति के लोगों को चिन्हित किया गया। उनके परिवार को समझाने का निर्णय लिया गया। यदि समझाने के बाद भी परिजन आरोपी की मदद करते हैं या अन्य प्रकार से सहायता करते हैं तो पुलिस को सूचित कर कार्रवाई कराने का निर्णय लिया गया।
बैठक में पंचों ने कहा कि गांव के कुछ युवकों की हरकतों का खामियाजा सभी को उठाना पड़ रहा है। स्थानीय युवकों के साथ मिलकर बाहर के लोग भी घटनाओं को अंजाम दे जाते हैं। बैठक के बाद ग्रामीण पुलिस उपाधीक्षक सिद्धांत शर्मा से मिलने पहुंचे।
पुलिस उपाधीक्षक से अब तक हुई वारदातों में आरोपियों के खिलाफ की गई कार्रवाई जानी और उक्त मामलों में हरसंभव सहायता करने का आश्वासन दिया। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस उपाधीक्षक ने कहा कि ग्रामीणों की मदद से अपराध पर काबू पा लिया जाएगा। ग्रामीणों की पहल प्रशंसनीय है।
बैठक में रामेश्वर प्रधान, घनश्याम प्रधान, होराम प्रधान, बलवीर तंवर, वेदू, मवासी तंवर, रामदत्त तंवर, विथरिया लंबरदार, पार्षद नरेंद्र पटेल, शीशराम, लालाराम, राज तंवर, धनीराम तंवर उपस्थित रहे।