दिल्ली सहित एनसीआर प्रदूषण की चपेट में हैं। जिसके खतरों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में दिवाली पर पटाखे फोडऩे को लेकर कई आदेश दिए हैं। एनसीआर क्षेत्र में ग्रीन पटाखे ही चलाए जाएं। केवल दो घण्टे रात्रि को आठ से दस बजे तक ही पटाखे चलाने का समय निर्धारित किया है। इन सबके पीछे यही मकसद है कि हवा में कम से कम प्रदूषण हो। ताकि आमजन, जीव जन्तुओं की सांसों में घुलते जहर को कम किया जा सके।
बढ़ रहा प्रदूषण अलवर शहर व एमआईए सहित आसपास के क्षेत्र में भी प्रदूषण बढ़ रहा है। सर्दी के दस्तक देने से पहले ही प्रदूषण की चादर नजर आने लगी है। अक्टूबर माह में भी कई बार मौसम में इस तरह का स्मॉग नजर आया है। जो चिंता का विषय है।
गत वर्ष 425 माइक्रोग्राम हुआ था दर्ज पिछले साल दिवाली के दिन देश के सबसे प्रदूषित शहरों में भिवाड़ी सबसे आगे रहा। 19 अक्टूबर 2017 को भिवाड़ी का एयर कवालिटी इंडेक्स 425 माइकोग्राम रिकॉर्ड दर्ज हुआ। इस बार दिवाली से एक दिन पहले भिवाड़ी में प्रदूषण 346 पीएम10 पर है। पटाखे चलेंगे तो भिवाड़ी प्रदूषण में गत साल का रिकॉर्ड भी तोड़ सकता है। इसे सुधारने के लिए हम सबको पटाखे कम से कम चलाने होंगे।