ये तीन-तीन वोट से हारे वार्ड 21 और वार्ड 47 में महज तीन-तीन वोटों के अंतर से हार-जीत हुई। वार्ड 21 में माया ने 134 मत प्राप्त करके ग्यारसी को तीन वोट से हराया। इसी तरह वार्ड 47 में विजेता रामदयाल दायमा को306 मत प्राप्त हुए और हारने वाले वीरेश को सिर्फ 303 वोट मिले।
सबसे बड़े अंतर से ये महिला जीती वार्ड 10 में कांग्रेस की विनोद देवी ने निर्दलीय अनीता को 576 मतों से हराया। विनोद को 716 और प्रतिद्वंद्वी अनीता को 140 वोट से ही संतोष करना पड़ा।
सौ से कम वोट लेकर भी जीते नवनीत वार्ड 56 में सर्वाधिक 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। जिनमें से नवनीत कुमार को 78 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी जयशंकर ने 64 वोट प्राप्त किए। नवनीत 100 से भी कम वोट लेकर जीतने वाले एकमात्र विजेता हैं।
इन दिग्गजों के सपने धूल-धूसरित वार्ड 4 से संदीप दायमा के चचेरे भाई नरेंद्र दायमा भाजपा सिम्बल पर प्रत्याशी थे। उन्हें जगपाल दायमा ने 284 मतों से हराया। वार्ड 11 से विधायक के करीबी प्रीतम दायमा को पूर्व चेयरमैन बत्ती देवी ने 141 वोटों से शिकस्त दी। वार्ड 16 से कांग्रेस नेता सुरेंद्र सुल्तान की पत्नी ऊषादेवी को निर्दलीय ममता ने 12 वोट के अंतर से हराया। वार्ड 3 से भाजपा प्रत्याशी और दो बार की पार्षद शिमला देवी को प्रतिद्वंद्वी मुन्नीदेवी ने 107 वोट से हराया।