पत्रिका ने 14 अक्टूबर के अंक में ‘बिजली सर्किट व ट्रांसफॉर्मर के कॉपर बेचान में पकड़ा लाखों का खेल’ शीर्षक से इस मामले को उजागर किया। उसके बाद विभाग के उच्चाधिकारियों ने माना कि गड़बड़ी सामने आई लेकिन, पकड़ में आने के बाद ठेकेदार पर कार्रवाई की गई। इसके पीछे शामिल जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी बचा दिए गए। खबर के बाद इस मामले में उच्च अधिकारियों ने गंभीरता दिखाई है। पूरे कबाड़ का रिकॉर्ड से मिलान किया जाएगा।
सीसीटीवी कैमरे भी लगेंगे
निगम की ओर से अब ईटाराणा व काली मोरी कार्यालय के पीछे बने गोदामों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। जल्दी इसका ठेका जारी कर कैमरे लगाए जाएंगे। प्रदेश में सबसे अधिक कबाड़
निगम के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में सबसे अधिक कबाड़ वाले जिलों में अलवर है। बड़ा जिला होने के कारण बिजली का कबाड़ काफी अधिक है। दो बड़े गोदाम भरे हैं। एक गोदाम में तो कबाड़ पर घास उगी है।
निगम की ओर से अब ईटाराणा व काली मोरी कार्यालय के पीछे बने गोदामों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। जल्दी इसका ठेका जारी कर कैमरे लगाए जाएंगे। प्रदेश में सबसे अधिक कबाड़
निगम के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में सबसे अधिक कबाड़ वाले जिलों में अलवर है। बड़ा जिला होने के कारण बिजली का कबाड़ काफी अधिक है। दो बड़े गोदाम भरे हैं। एक गोदाम में तो कबाड़ पर घास उगी है।
कराएंगे पूरी जांच
इस मामले में पूरी जांच कराएंगे। ताकि गडबड़ी का पता चले। यही नहीं आगे सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी भी चल रही है। दोषियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। जीएस पाठक, अधीक्षण अभियंता, इंस्पेक्शन एसडी स्टोर
इस मामले में पूरी जांच कराएंगे। ताकि गडबड़ी का पता चले। यही नहीं आगे सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी भी चल रही है। दोषियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। जीएस पाठक, अधीक्षण अभियंता, इंस्पेक्शन एसडी स्टोर