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राजस्थान का रण : चुनावों में टिकट पाने के लिए भाजपा व कांग्रेस को है इनका सहारा, आप भी जानिए

locationअलवरPublished: Oct 16, 2018 02:37:18 pm

Submitted by:

Hiren Joshi

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BJP And COngress leaders Trying For Ticket Of Rajastan Elections

राजस्थान का रण : चुनावों में टिकट पाने के लिए भाजपा व कांग्रेस को है इनका सहारा, आप भी जानिए

अलवर. विधानसभा चुनाव के लिए इस माह के अंत तक प्रत्याशी चयन प्रक्रिया के अंतिम या परिणाम दौर में पहुंचने की संभावना के चलते कांग्रेस व भाजपा टिकट के दावेदारों ने प्रयास तेज कर दिए हैं। कांग्रेस के दावेदार फिलहाल जिले के आला नेताओं को तलाशने में जुटे हैं, वहीं भाजपा टिकट के दावेदार भी आला नेता व पदाधिकारियों की ओर से डाली जाने वाली पर्चियों में अपना भाग्य खोजने में लगे हैं। यही कारण है कि इन दिनों दोनों ही प्रमुख दलों के टिकट के दावेदारों के लिए जयपुर व दिल्ली के बजाय जिले में पार्टी के आला नेता व पदाधिकारी महत्वपूर्ण हो गए हैं।
प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद जिले में फिलहाल चुनावी गतिविधियां प्रत्याशी चयन पर टिकी हैं। कांग्रेस व भाजपा खेमें में इन दिनों टिकट को लेकर गतिविधियां तेज हो गई हैं। संभावना है कि कांग्रेस की ओर से इस माह के अंत तक ज्यादातर सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाए, वहीं भाजपा भी जिले की कई सीटों पर प्रत्याशियों के नामों को अंतिम रूप देने की तेयारी में जुटी है। दोनों ही प्रमुख दलों की ओर से दावेदारों को लेकर फीड बैक एवं सर्वे की कार्रवाई लगभग पूरी हो चुकी है। अब अंतिम दौर की रायशुमारी व चर्चा शेष बची है। ऐसे में टिकट के दावेदारों की चिंता बढ़ गई है।
इसलिए कांग्रेस में हो गए जिले के नेता महत्वपूर्ण

टिकट वितरण प्रक्रिया का दारोमदार वैसे तो कांग्रेस व भाजपा के प्रदेश व केन्द्रीय नेतृत्व पर है, लेकिन फिलहाल इस प्रक्रिया में जिले के बड़े नेताओं का रोल महत्वपूर्ण हो गया है। इसका कारण है कि कांग्रेस में प्रदेश संगठन की ओर से ज्यादातर सीटों के दावेदारों का पैनल तैयार कर केन्द्रीय नेतृत्व को सौंप जा
चुका है।
अब केन्द्रीय नेतृत्व इस पैनल पर सर्वे की रिपोर्ट के साथ ही जिले के वरिष्ठ पार्टी नेताओं की राय भी जानेगा। इसमें पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह, अलवर सांसद डॉ. करणसिंह यादव, एआईसीसी के सचिव जुबेर खां, जिलाध्यक्ष टीकाराम जूली समेत जिले के अन्य वरिष्ठ नेताओं की राय महत्वपूर्ण होगी। यही कारण है कि कांगे्रस टिकट के दावेदार जिले के वरिष्ठ नेताओं को खोज रहे हैं।
भाजपा नेता डालेंगे दावेदारों के नाम की पर्ची

भाजपा में सर्वे व फीड बैक का कार्य तो लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन अभी तक जिला संगठन की ओर से दावेदारों का पैनल प्रदेश या केन्द्रीय नेतृत्व को नहीं भेजा गया है। पार्टी अब जिले के नेताओं, पदाधिकारियों व पूर्व पदाधिकारियों से विधानसभावार प्रमुख दावेदारों के नाम की पर्ची डलवाएगी।
पर्ची में निकलने वाले नामों को सर्वे रिपोर्ट से मिलान कर प्रदेश चयन समिति दावेदारों के नाम का पैनल तैयार करेगी। बाद में इसे केन्द्रीय नेतृत्व को भेजा जाएगा। दिल्ली में पैनल के नामों का सर्वे व फीड बैक रिपोर्ट से मिलान कर पैनल को अंतिम रूप दिया जाएगा। यानि पर्चियों में नाम निकलने पर ही दावेदारी दिल्ली तक पहुंच सकेगी। इस कारण भाजपा के दावेदार इन दिनों जिले के वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी, पूर्व पदाधिकारियों की दर पर चक्कर लगा रहे हैं।
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