अलवर

अलवर में मतदान प्रतिशत बढ़ाने की कवायद, निर्वाचन विभाग के साथ दोनों दल जुटे

मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग हर बार नवाचार कर रहा है। इन नवाचारों का फायदा भी हुआ और मतदान प्रतिशत बढ़ रहा है। इस बार भी अलवर जिले में भी मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए आयोग के साथ-साथ दोनों दल भी जुटे हैं।

अलवरMar 18, 2024 / 12:05 pm

Umesh Sharma

अलवर। मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग हर बार नवाचार कर रहा है। इन नवाचारों का फायदा भी हुआ और मतदान प्रतिशत बढ़ रहा है। इस बार भी अलवर जिले में भी मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए आयोग के साथ-साथ दोनों दल भी जुटे हैं। कार्यकर्ताओं को मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए बैठकों में निर्देश जारी किए जा रहे हैं।

भाजपा ने चुनाव से पहले ही अपने कार्यकर्ताओं को हर बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का लक्ष्य दिया है। हर एक कार्यकर्ता को वोटर लिस्ट के जरिए बूथ मैनेजमेंट करने के लिए कहा गया है। ताकि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हर बूथ पर इस बार 2019 के चुनाव की अपेक्षा 370 वोट ज्यादा पड़ सके। सिर्फ बूथ अध्यक्ष ही नहीं बल्कि मंडल अध्यक्ष से लेकर जिले की टीम काम कर रही है. इसके लिए पार्टी ने अलग-अलग नेताओं को जिम्मेदारी दी है।

कांग्रेस में मशक्कत कम नहीं

कांग्रेस भी वोटों का गणित बैठा रही है। लोकसभा सीट में शामिल 8 विधानसभा क्षेत्रों में पांच पर कांग्रेस का कब्जा है। ऐसे में कांग्रेस इस जीत को लोकसभा में भी कायम रखना चाहती है। इसके लिए सभी कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के पक्ष में ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने की अपील की गई है।

चार चुनावों में 9 प्रतिशत तक बढ़ा मतदान

जिले की बात की जाए तो चार लोकसभा चुनाव में मतदान 9 प्रतिशत तक बढ़ा है। 2004 में जिले में 58.05 फीसदी मत पड़े थे, जबकि 2019 में 67.17 फीसदी मतदान हुआ। हालांकि 2009 के मुकाबले 2014 में मतदान प्रतिशत 4.39 प्रतिशत घट गया था।

अलवर लोकसभा सीट पर मतदान प्रतिशत

साल-प्रतिशत
2019-67.17
2014-61.70
2009-65.31
2004-58.05

 

यह भी पढ़ें
-

संकट में राजस्थान रोडवेज…56 बसें होंगी तड़ीपार

Home / Alwar / अलवर में मतदान प्रतिशत बढ़ाने की कवायद, निर्वाचन विभाग के साथ दोनों दल जुटे

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.