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उपचुनाव के बाद भाजपा के दो दिग्गज नेता आमने-सामने, एक-दूसरे को बताया मानसिक विकृत और बेशर्म

locationअलवरPublished: Feb 14, 2018 10:34:23 am

Submitted by:

Prem Pathak

राजस्थान लोकसभा उपचुनावों में हार के बाद भाजपा में अंदरुणी कलह साफ नजर आ रही है, भाजपा के विधायक और मंत्री आपस बयानबाजी कर रहे हैं।

Bjp leader jaswant yadav and gyandev ahuja are against each other
अलवर. उपचुनाव की हार का ठीकरा कभी नौकरशाही, तो कभी सरकारी कर्मचारियों पर फोडऩे वाली भाजपा का सच बड़ी तेजी से बाहर निकलने लगा है। अब इसे हार की बौखलाहट कहें या फिर पार्टी का सच, लेकिन हाल में वायरल हुए ज्ञानदेव आहूजा के ऑडियो के बाद श्रम मंत्री डॉ. जसवंत यादव और रामगढ़ से विधायक ज्ञानदेव आहूजा मंगलवार को आमने सामने दिखे। दोनों ने ही एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोला। जहां एक तरफ डॉ. यादव ने अपनी ही पार्टी के विधायक आहूजा को मानसिक तौर पर विकृत बताया, वहीं दूसरी तरफ आहूजा ने मंत्री को बेशर्म और हार से बौखलाया हुआ बताया हैं। इसके साथ ही भाजपा में अंदरखाने चल रही खींचतान अब खुलकर सामने आ गई है।
‘किसी से कुछ लिया तो जीवन समाप्त कर लूंगा’

ऐसा बयान जिससे किसी का भला ना हो, केवल नुकसान ही हो, वहीं दे सकता है जिसे मानसिक विकृति है। मैंने चुनाव पार्टी और संगठन के सिद्धांतों पर लड़ा है। चैलेंज करता हूं। एक भी कार्यकर्ता, उद्योगपति को ढूंढ लाना, जिससे एक रुपया भी लिया हो। ऐसा किया हो तो मैं जीवनलीला समाप्त कर लूंगा। आसान है इस्तीफा मांगना, यह कहना और लिखना। इस्तीफा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट दे। जिनकी धौलपुर में बुरी हार हुई। इस्तीफा राहुल गांधी दें। एक साथ दो राज्य हाथ से गए। अब दो और जाने वाले हैं। हमने गलत काम नहीं किया। हार-जीत होती रहती है। अब आगे जीतेंगे। मैंने तो पार्टी के आदेश की पालना की है। चुनाव न मोदी हारे, न सरकार, न परनामी। चुनाव की सारी जिम्मेदारी मैं लेता हूं।
‘उन्होंने चार बार रंग व दल बदला, दिया धोखा’

डॉ. जसवंत यादव एक बेशर्म मंत्री हैं, हार के बाद अपनी बौखलाहट दूसरों पर उतार रहे हैं, उपचुनाव में उनकी अपने क्षेत्र में बुरी तरह हार हुई। ऐसे शीर्ष नेता के क्षेत्र में हुई सभा में मात्र 4 हजार लोग थे, जबकि रामगढ़ क्षेत्र के बडौदामेव में हुई उनकी सभा में 25 हजार लोग मौजूद थे। इस दुर्गति का कारण उनका चार बार दल व रंग बदलना है। उन्होंने भाजपा को धोखा दिया है। गत जिला प्रमुख चुनाव में भी भाजपा के 29 जिला पार्षद होते हुए कांग्रेस से साठगांठ कर एवं करोड़ों का वारा न्यारा कर कांग्रेस की प्रत्याशी को जिला प्रमुख बनवा दिया। वे पूरी तरह मानसिक विक्षिप्त हो गए हैं और मेरी मानसिक स्थिति को टटोल रहे हैं। ऐसे मानसिक विक्षिप्त का इलाज जयपुर नहीं होता, आगरा होता है। जल्द ही हम सब विधायक मिलकर उन्हें आगरा भिजवा देंगे।
तब कहा था यादव सबसे जिताऊ
उपचुनाव के लिए जब टिकट दिया जा रहा था, तब ज्ञानदेव आहूजा ने अपनी स्पष्ट राय दी थी कि जसवंत सिंह सबसे जिताऊ उम्मीदवार हैं।

कार्रवाई पर चुप रहे
डॉ. यादव की मंगलवार को हुई प्रेसवार्ता में आहूजा के बयान पर कार्रवाई के सवाल पर वे चुप रहे। संगठन के जिला प्रभारी अखिल शुक्ला ने भी सिर्फ यही कहा कि इसकी जांच होगी। तभी कोई निर्णय होगा। केबिनेट मंत्री हेमसिंह भडाणा, जिला प्रभारी डॉ. अखिल शुक्ला व जिलाध्यक्ष पं. धर्मवीर शर्मा भी मौजूद थे।

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