संचालिका ने किया ऐसा काम, जांच के बाद गंवाई बाल आश्रय गृह की मान्यता
बालक की पिटाई का वीडियो वायरल का मामला
अलवर.बाल अधिकारिता विभाग ने अलवर के स्वयंसेवी संस्था ठाकुर दास शिक्षा समिति की ओर से संचालित बाल गृह व बाल आश्रय गृह की मान्यता निरस्त कर दी है। बाल आश्रय गृह की संचालिका का एक बच्चे को पीटते हुए वीडियो वायरल होने के बाद यह कदम उठाया गया। इस मामले में संचालिका को गिरफ्तार कर लिया गया। आश्रय गृह का निरीक्षण १७ मई २०१६ को विभागीय टीम ने किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम ने भी २४ मई २०१८ और २९ अक्टूबर २०१८ को निरीक्षण किया जिसमें कई अनियमितताएं मिली। बाल अधिकारिता विभाग के निदेशक निष्काम दिवाकर ने किशोर न्याय आदर्श नियम २०१६ के नियम २१ ( ७) के तहत संचालित बाल गृह व आश्रय गृह का पंजीयन निरस्त कर दिया है।मान्यता निरस्त करने के साथ ही आश्रय गृह में रह रहे बालकों को दूसरे बाल आश्रय गृह में भेजा जाएगा। बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक नवल खान ने बताया कि बाल गृह व बाल आश्रय गृह की मान्यता निरस्त होने की सूचना बाल कल्याण समिति को दी गई है। समिति बालकों को अन्य बाल आश्रय गृह में स्थानांतरित करेगी। आश्रय गृह में १५ बालक हैं।
पहले भी मिलीं शिकायत
संस्था के खिलाफ पहले भी कई शिकायत मिली, लेकिन वे ठंडे बस्ते में चली गई। पिछले दिनों आश्रय गृह की संचालिका रामभूतेरी सैनी ने बालक की निर्ममता से पिटाई की जिसका वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने संचालिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर संचालिका को गिरफ्तार करवाया था। संचालिका को पुलिस ने २१ अप्रेल को गिरफ्तार किया था। वीडियो २० अप्रेल को वायरल हुआ था।
ऑनलाइन ठगी करने वाला शातिर गिरफ्तार
अलवर. कोतवाली थाना पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन पास करा ऑनलाइन ठगी करने वाले शातिर बदमाश को उत्तरप्रदेश के खलीलाबाद से गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में शातिर ठग ने कई वारदातें कबूली हैं।
कोतवाल कन्हैयालाल चौधरी ने बताया कि ६० फीट रोड स्थित आजाद नगर निवासी पूरणचंद सैनी पुत्र हरपाल सैनी ने २२ अप्रेल को रिपोर्ट दर्ज कराई कि २१ अप्रेल की शाम ४ बजे उसके इंडस बुल फाइनेंस कम्पनी से वीरेन्द्र चौहान नाम के व्यक्ति का फोन आया। उसने कहा कि आपने जो ऑनलाइन पर्सनल लोन लिया है उसकी किश्तें भरो। उसने फोन करने वाले व्यक्ति को बताया कि उसने उनकी कम्पनी से आज तक कोई लोन नहीं लिया है। वीरेन्द्र चौहान ने उसे भगतसिंह सर्किल स्थित ब्रांच में आने को कहा। जब वह वहां गया तो वीरेन्द्र चौहान व कम्पनी के अन्य कर्मचारियों ने उसे लोन के कागजात दिखाए।
उन्हें देखकर पता चला कि किसी व्यक्ति ने उसके आधारकार्ड व पेनकार्ड पर फोटो लगाकर लोन लिया है। वह फोटो उसका नहीं था तथा आधारकार्ड और पेनकार्ड में नाम व पते में संशोधन कर रखा था। इस फर्जीवाड़े की शिकायत कोतवाली थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी। थाने के उपनिरीक्षक कैलाशचंद यादव ने बैंक खाता और कॉल डिटेल के आधार पर शातिर ठग जितेन्द्र कुमार (३०) पुत्र बृजलाल निवासी गांव बारी थाना खजनी जिला गोरखपुर (उत्तरप्रदेश) को गिरफ्तार कर लिया।