बसपा से प्रत्याशी इमरान खान ने कहा कि कांग्रेस व भाजपा दोनों ही बड़ी पार्टियां है। इनके प्रत्याशी भी बड़े हैं, एक तरफ बाबा है, जो एक बड़े मठ के संचालक हैं। उनसे मिलने के लिए लोगों को सात दरवाजों से गुजरना पड़ता है, तो वहीं दूसरी तरफ राजा है उनके महलों की दीवारें ऊंची हैं जनता के लिए उनसे मिलना आसान नहीं है।
बसपा प्रत्याशी इमरान ने स्वयं को अलवर का स्थानीय प्रत्याशी बताते हुए कहा कि वो अलवर की जनता के लिए उनके बीच रहकर काम करेंगे। इमरान खान ने कहा कि भाजपा ने पहले भी एक बाबा को टिकट दिया था, जो जीतने के बाद जनता के बीच लौट कर नहीं आए, इसी बार भी जनता ने बाबा को वोट देने की गलती की तो उसी तरह के हालात देखने को मिलेंगे।
अलवर में बसपा ने जीती दो सीटें विधानसभा चुनाव मे अलवर जिले की 11 मे से दो सीटें बसपा ने जीती हैं। बसपा ने किशनगढ़बास व तिजारा सीट जीती है। वहीं भाजपा ने भी 2 सीटें जीती हैं। अब मायावती अलवर में रैली कर बसपा के प्रत्याशी को कितनी मजबूती दे पाती हैं या फिर किसी पार्टी के वोटबैंक में सेंध मारी जाती है, यह तो 23 मई को चुनाव नतीजों वाले दिन ही पता चलेगा।