रोडवेज बस चालक-परिचालक नहीं पहनते वर्दी, नियमों की अनदेखी
बहरोड़. राजस्थान रोडवेज बसों के चालक व परिचालक सरकार द्वारा तय खाकी वर्दी को पहनने से परहेज कर रहे है। जबकि राज्य सरकार ने निगम की बसों में ड्यूटी के समय चालक व परिचालक के लिए वर्दी पहनना अनिवार्य कर रखा है। सरकार द्वारा निगम की बस चलाने वाले इन चालक व परिचालकों को वर्दी के लिए कपड़ा व रुपए दिए जाते है। ऐसे में रोडवेज बसों में बिना वर्दी पहने चालक व परिचालक को बसों में सफर करने वाले यात्रियों द्वारा पहचानना मुश्किल हो जाता है। बस में सफर के दौरान यदि यात्रियों को किसी सहायता की जरूरत हो तो वह चालक व परिचालक को पुकारते है। ऐसे में जब बस के अंदर चालक व परिचालक के वर्दी में नहीं होने से उन्हें पहचानने में परेशानी होती है। वही कई बार परिचालक द्वारा सवारियों से किराया लेने के दौरान सवारियों द्वारा तय किराये से अधिक राशि दी जाती है तो परिचालक द्वारा उन्हें बाकी के रुपए बाद में लेने की बात कही जाती है। ऐसे में बस के परिचालक के नीचे उतर कर कही जाने से यात्री परिचालक की बाट देखते रहते है।
हो रही नियमों की अवहेलना
निगम व राज्य सरकार ने रोडवेज बसों के चालक व परिचालकों को नियमित रूप से ड्यूटी के दौरान वर्दी पहनने की अनिवार्यता कर रखी है। लेकिन रोडवेज बसों के चालक व परिचालक को बिना वर्दी पहने देखा जा सकता है। अगर रोडवेज बसों में सफर करने वाले यात्रियों की माने तो बहरोड़ से रोडवेज की अनेक बसे गुजरती है। जिनमे कुछ ही चालक परिचालकों को छोड़कर अन्य बिना वर्दी पहने रहते है।
निगम व राज्य सरकार ने रोडवेज बसों के चालक व परिचालकों को नियमित रूप से ड्यूटी के दौरान वर्दी पहनने की अनिवार्यता कर रखी है। लेकिन रोडवेज बसों के चालक व परिचालक को बिना वर्दी पहने देखा जा सकता है। अगर रोडवेज बसों में सफर करने वाले यात्रियों की माने तो बहरोड़ से रोडवेज की अनेक बसे गुजरती है। जिनमे कुछ ही चालक परिचालकों को छोड़कर अन्य बिना वर्दी पहने रहते है।