रोजगार कार्यालय में पंजीकृत बेरोजगार युवाओं के अलावा अन्य युवा भी इसमें कॅरियर बनाने संबंधी मार्गदर्शन ले सकते हैं। इसके लिए काउंसलर, साइकोलॉजिस्ट आदि की नियुक्ति की जाएगी।
अलवर जिले के अलावा राज्य के पांच अन्य जिलों में भी इस तरह के कॅरियर सेंटर बनाए जाएंगे। जबकि पूर्व में भी राज्य के तीन जिलों में इसका संचालन किया जा रहा है। एनसीएस पोर्टल से जुडे बेरोजगार भी इसका लाभ ले सकेंगे। कॅरियर सेंटर में जॉब फेयर आयोजित करने, कॅरियर गाइडेंस आदि की सुविधा के अलावा कंपनियों के प्लेसमेंट के बारे में जानकारी दी जाएगी।
अलवर जिले के अलावा राज्य के पांच अन्य जिलों में भी इस तरह के कॅरियर सेंटर बनाए जाएंगे। जबकि पूर्व में भी राज्य के तीन जिलों में इसका संचालन किया जा रहा है। एनसीएस पोर्टल से जुडे बेरोजगार भी इसका लाभ ले सकेंगे। कॅरियर सेंटर में जॉब फेयर आयोजित करने, कॅरियर गाइडेंस आदि की सुविधा के अलावा कंपनियों के प्लेसमेंट के बारे में जानकारी दी जाएगी।
गौरतलब है कि अलवर जिले में कॅरियर सेंटर नहींं है। दसवीं, बारहवीं के बाद युवाओं को इस बात का अंदाजा नहीं लग पाता कि उनके भविष्य के लिए कौनसा कोर्स उपयोगी होगा। स्नातक पास करने वाले युवाओं के पास स्किल का अभाव होने के कारण वो कॅरियर संबंधी सही निर्णय नहीं ले पाते हैं।
युवाओं को है इसका इंतजार अलवर के युवाओं ने बताया कि निजी सेंटर अपने स्तर पर ही कॅरियर सेमिनार आदि आयोजित करते हैं। इसका लाभ सामान्यतया युवाओं को नहीं मिल पाता है। ऐसे में सरकार की ओर से मॉडल कॅरियर सेंटर खोलने से शिक्षित युवाओं को लाभ मिलेगा।
पहली किश्त हुई जारी केंद्र सरकार ने अलवर में मॉडल कॅरियर सेंटर खोलने का निर्णय लिया है। इसके लिए 42 लाख का बजट स्वीकृत किया है। पहली किश्त के 26 लाख रुपए मिल चुके हैं।
श्यामलाल साटोलिया, जिला रोजगार अधिकारी, अलवर।
श्यामलाल साटोलिया, जिला रोजगार अधिकारी, अलवर।