एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने स्वयं प्रसंज्ञान लेते हुए छात्रा के बयानों के आधार पर मामला दर्ज कर आरोपी युवक को डिटेन कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए बालिका के बयान लिए। इसके बाद बालिका के परिजन को बुलाया। सीडब्ल्यूसी के समक्ष उनकी काउंसलिंग कराई गई, लेकिन परिजन ने एफआइआर दर्ज कराने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने स्वयं प्रसंज्ञान लेते हुए बालिका के बयानों के आधार पर मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।
ई-मित्र की दुकान पर काम करता है आरोपी बालिका के साथ जब यह घटना हुई थी, तब उसकी उम्र करीब 8-9 साल थी। उस दौरान आरोपी युवक हलवाई की दुकान पर काम करता था। अब वह ई-मित्र पर काम करता है। पुलिस ने आरोपी को डिटेन कर लिया है। पूछताछ की जा रही है।
मास्टर ट्रेनर को मिलेगा रिवार्ड बालिका के साथ हुई गलत हरकत का खुलासा मास्टर ट्रेनर कांस्टेबल हीरा बाई और महेश्वरी द्वारा किया गया है। इन दोनों को एडीजी (विजिलेंस) बीजू जॉर्ज जोसफ ने रिवार्ड देने को कहा है।
अभिभावकों को बच्चों की बातों को ध्यान पूर्वक सुनना चाहिए और उन पर विश्वास करना चाहिए। बच्चा यदि कोई बात कह रहा है तो उसे अनसुना या दबाने की कोशिश न करें। बच्चों के साथ फ्रेंडली माहौल रखें।
तेजस्वनी गौतम, एसपी अलवर