अलवर

ड्यूटी के लिए नहीं, यहां आराम फरमाने के काम में आ रही पुलिस चौकियां

अलवर शहर की पुलिस चौकियां आमजन की सुविधाओं के बजाए पुलिसकर्मियों के आराम फरमाने के काम आ रही है।

अलवरDec 04, 2017 / 11:32 am

Rajiv Goyal

आमजन की सुविधा एवं अपराधों पर नकेल के लिए शहर के विभिन्न इलाकों में खोली गई पुलिस चौकियां वर्तमान में पुलिसकर्मियों की विश्रामस्थली बनी हुई हैं। चौकियों में पुलिसकर्मियों के नहीं बैठने से लोगों को छोटे-छोटे कामों के लिए थानों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। वहीं, थानों में वर्कलोड भी बढ़ रहा है।

एेसा नहीं है कि वर्तमान में चौकियों की उपयोगिता समाप्त हो गई है। सच्चाई यह है कि आबादी बढऩे के साथ चौकियों की उपयोगिता बढ़ी है। दरअसल, चौकियों की स्थापना थानों के सहयोग व आमजन को त्वरित रेस्पांश के लिए गई थी। पुलिस का भी मानना था कि घटना के बाद कई बार थाने से पुलिस के पहुंचने में देरी हो जाती है। एेसे में ये चौकियां अपराधों की रोकथाम में काफी सहायक रहती हैं। इसके अलावा चौकियों पर आमजन की आवाजाही होने से पुलिस को भी क्षेत्र के एक-एक व्यक्ति की पहचान रहती है।

अलवर में उलट स्थिति


अलवर में पुलिस की भावना के विपरीत चौकियों की स्थिति है। यहां एकाध चौकी को छोड़ ज्यादातर बंद पड़ी हैं। ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मी गाहे-बगाहे यहां आराम फरमाते रहते हैं। इससे शहर की कानून व्यवस्था व अपराधियों पर पुलिस की पकड़ भी कमजोर होती है। जानकारी के अनुसार वर्तमान में शहर में केवल दो चौकियां बस स्टैण्ड व अस्पताल चौकी कार्यरत हैं। वहीं, शहर से सटी विजयमंदिर व बहादरपुर चौकी पर भी स्टाफ तैनात है। अन्य चौकियां बदहाल पड़ी हैं।

यह रहता था जाप्ता


शहर की कानून व्यवस्था को ध्यान में रखकर पुलिस ने जब चौकियों की स्थापना की, तब यहां स्टाफ भी तैनात किया। नियमानुसार किसी भी चौकी पर कम से कम एक हैडकांस्टेबल व चार कांस्टेबल तैनात रहने चाहिए। क्षेत्र बड़ा होने पर चौकियों पर एएसआई व एसआई की ड्यूटी भी लगाई जा सकती है। अलवर में ही भिवाड़ी मोड चौकी पर वर्तमान में एसआई रैंक का अधिकारी तैनात है
यह है हालात

लाल दरवाजा स्थित पुलिस चौकी
लाल दरवाजा गणेश मंदिर पर बनी यह पुलिस चौकी वर्तमान में पुलिसकर्मियों के ठहरने व सोने के काम आ रही है। दुमंजिला इस चौकी के नीचे के कमरों में दो पुलिसकर्मियों ने कब्जा जमाया हुआ है। वहीं, ऊपर के कमरों में पुलिसकर्मियों के सोने के लिए पलंग बिछे हुए हैं।
केडलगंज पुलिस चौकी
केडलगंज स्थित पुलिस चौकी भी वर्तमान में बंद पड़ी हुई है। इस चौकी में भी आमजन की शिकायतों के निवारण की जगह ताले लगे हुए हैं। चौकी के एक-दो कमरों पर पुलिसकर्मियों का कब्जा है।
तीज की रोड पुलिस चौकी
शहर में सबसे ज्यादा क्षेत्र में फैली तीज की चौकी की हालत तो बेहद दयनीय है। चौकी में बीट कांस्टेबल व पुलिसकर्मियों के नहीं बैठने से ताले लगे हुए हैं। देखरेख के अभाव में यहां दिनभर आवारा जानवर घूमते रहते हैं। पुलिस ने इस चौकी की सुध लेना छोड़ जब्त वाहनों का बाड़ा बना दिया है।
शहर में ये हैं चौकियां

कोतवाली
केडलगंज पुलिस चौकी
तीजकी पुलिस चौकी
लालदरवाजा पुलिस चौकी
अस्पताल चौकी
बस स्टैण्ड पुलिस चौकी
पुराना कटला पुलिस चौकी
अखैपुरा पुलिस चौकी
शिवाजी पार्क-
शिवाजी पार्क चौकी
सदर
– विजय मंदिर पुलिस चौकी
– बहादरपुर पुलिस चौकी
– चिकानी गोरक्षा चौकी
अरावली विहार
– कालीमोरी पुलिस चौकी
एनईबी
हनुमान मंदिर पुलिस चौकी
एमआईए
-बख्तल चेक पोस्ट
– बगड़ चौकी
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