हालत यह थी कि सम्मेलन शुरू होने से पूर्व जब कांग्रेस नेताओं के वाहनों का काफिला आया तो एसएमडी चौराहे के पास जाम लग गया। काफी देर तक पार्टी के कई वरिष्ठ नेता जाम में फंसे रहे। बाद में खुद कार्यकर्ताओं ने ही वाहनों को आगे-पीछे करा यातायात को सुगम बनाया। इतना ही नहीं जैसे ही कार्यकर्ता सम्मेलन खत्म हुआ और पार्टी नेताओं के वाहन सर्किट हाउस के लिए रवाना हुए तो होटल के बाहर जाम के हालात बन गए। उस समय वहां न तो कोई पुलिस कर्मी दिखाई दिया और न ही यातायात पुलिस कर्मी। अव्यवस्था की हालत यह थी कि खुद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट की कार जाम में फंस गई। काफी देर प्रयास के बाद भी जब कार का आगे बढऩा संभव नहीं हुआ तो पायलट कार से नीचे उतर व्यवस्था बनने का इंतजार करने लगे। यह देख कांग्रेस के जिलाध्यक्ष टीकाराम जूली वहां पहुंचे और खुद ही यातायात पुलिस कमी के रोल निभाते हुए वाहनों को आगे-पीछे कराने लगे।
काफी देर की मशक्कत के बाद हालत सामान्य हो सके। खास बात यह रही कि एसएमडी चौराहे पर खड़े यातायात कर्मी यह नजारा देखकर भी समस्या से अनजान दिखे। प्रशासन ने बरती शिथिलता
कांग्रेस के जिला सम्मेलन की प्रशासन को सूचना थी, फिर भी व्यवस्था के नाम पर मात्र दो पुलिसकर्मी लगाए गए। ये पुलिस कर्मी भी वाहनों का जाम लगने पर कहीं दिखाई नहीं दिए। प्रशासन ने जानबूझ कर जाम की स्थिति उत्पन्न कराई।
टीकाराम जूली, जिलाध्यक्ष कांग्रेस अलवर