ऐसे में कोई एक खिलाड़ी भी संक्रमित हुआ तो दूसरों में संक्रमण का डर रहेगा। इस कारकण एक्सपर्ट के अनुसार अभी खिलाडिय़ों को टीम गेम खेलने से बचना चाहिए। पहले करीब 15 दिन से एक महीने तक नियमित दौड़ व व्यायाम के जरिए खुद को तैयार करें। ताकि शरीर पहले जैसी स्थिति में आ सके और संक्रमण के खतरे को भी कम किया जाए।
राजर्षि कॉलेज व स्टेडियम में आते हैं खिलाड़ी जिले में सबसे अधिक इंदिरा गांधी स्टेडियम और राजर्षि कॉलेज के खेल मैदान पर सबसे अधिक खिलाड़ी पहुंचते हैं। बुधवार को सुबह राजर्षि कॉलेज क्रिकेट खेलने वाले काफी खिलाड़ी देखे गए। वहीं काफी लोग घूमने आने लगे हैं। हालांकि अभी बास्केटबाल व बॉलीबाल सहित अन्य खेलों के खिलाड़ी नजर नही ंआने लगे हैं। इसी तरह स्टेडियम अब बंद है। दो दिन से नहीं खुला है। यहां के सुरक्षागार्ड का कहना है कि अभी स्टेडियम को खोलने के आदेश नहीं मिले हैं। लेकिन, जिस तरह नेहरू गार्डन व कम्पनी बाग खुले गए हैं। अब इन जगहों पर भी भीड़ होना शुरू हो जाएगी।
व्यक्तिगत खेल खेलने से संक्रमण का डर कम जानकारों का कहना है कि व्यक्तिगत खेल खेलना अधिक सही है। जिससे संक्रमण फैलने का डर कम रहता है। जैसे एथलेटिक्स, वेटलिफ्टिंग सहित अन्य खेल। जिनमें एक या दो खिलाडिय़ों से अधिक नहीं होते हैं। खेल मैदान पर भी चार व्यक्तियों से अधिक खड़े रहना सही नहीं है। अभी खिलाड़ी भी असमंजस में हैं कि उनको खेल शुरू करना चाहिए या नहीं।
अभिभावक भी जान रहे अब नियमित रूप से अभिभावकों के फोन आने लग गए हैं। हर कोई यही पूछ रहा है कि खेलने जाना सही होगा या नहीं। उनको हम यही कह रहे हैं कि अभी टीम गेम खेलने से दूर रहे। खिलाड़ी केवल दौड़ करें और व्यायाम कर शरीर को पहले की तरह फिट कर लें। अभी लॉकडाउन के दौरान खिलाड़ी पहले जितना वर्कआउट नहीं कर पाए हैं। फिलहाल फिजिकल फिटनेस पर अधिक ध्यान देना ठीक होगा।
पुष्पेंन्द्र, बास्केटबाल कोच, अलवर
पुष्पेंन्द्र, बास्केटबाल कोच, अलवर