मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ओम प्रकाश मीणा ने बताया कि हम सभी को रोना शेर लड़ रहे हैं ऐसे में जरा सी भी लापरवाही आम आदमी को मलेरिया डेंगू और चिकनगुनिया का शिकार बना सकती है इसलिए जरूरी है कि अपने घरों के आसपास मच्छर ना पनपने दिए जाएं।
उन्होंने कहा कि मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए जरूरी है कि कहीं पर भी पानी को इकटठा ना होने दें, यदि कहीं पर पानी एकत्रित है तो उसमें केरोसीन और डीजल आदि का मिश्रण तैयार कर उसकी एक लेयर पानी के चारों तरफ डाली जाए इससे मलेरिया ऑयल बनेगा। गंदे पानी पर तेल की लेयर बनेगी तो मच्छरों का लार्वा पनप नहीं पाएगा और मच्छर खत्म हो जाएंगे।
मच्छरों से बचाव है जरूरी- घर में रहते समय भी मच्छरों से सावधानी बरतने की जरूरत है । रात को सोते समय बदन को ढक कर सोए, मच्छर मारने के लिए केमिकल जो बाजार में मिल रहे हैं , उनका उपयोग किया जाए और शरीर पर मॉस्किटो क्रीम लगाई जाए । जिससे कि मच्छर काटने ना पाए इस समय बुजुर्ग गर्भवती महिलाओं और बच्चों को विशेष सावधानी रखने की जरूरत है। घरों में मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग किया जाना चाहिए।
डेंगू ,मलेरिया ,और चिकनगुनिया के लक्षण यह तीनों ही बीमारियां मच्छरों के काटने से होती है इसलिए इन दिनों लापरवाही बरतना मुश्किल में डाल सकता है।
डेंगू होने पर बुखार के साथ हाथ पैरों में तेज दर्द होता है, इसमें प्लेटलेट्स कम होने से शरीर में कमजोरी आ जाती है चिकनगुनिया में शरीर में जकडऩ की समस्या रहती है। शरीर में चकत्ते से होने लगते हैं । इससे पूरे शरीर को दर्द देता है ।मलेरिया में सर्दी का एहसास होने लगता है सर्दी के साथ बुखार भी आता है बेचैनी और घबराहट होती है सिर दर्द होता है कई बार परेशानी बढ़ भी सकती है। यदि ऐसे कोई भी लक्षण बीमारी के दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।