यह कहते हैं अभिभावक बहरोड़ के समीपवर्ती गांव के रहने वाले ओमप्रकाश यादव कहते हैं कि मेरा बेटा पांचवीं कक्षा में पढ़ता है। एक प्रतिष्ठित गैर सरकारी स्कूल संचालकों ने मेरा जीना मुश्किल कर दिया है, वे एक दिन में कई बार मुझे फोन करके बच्चे की फीस जमा कराने की कह रहे हैं। अब हम किस प्रकार फीस जमा कराए।अलवर शहर के एक अभिभावक प्रियंका चौधरी ने बताया कि जयपुर रोड पर स्थित एक स्कूल में मेरी बेटी पढ़ती है। हम आफिस जा नहीं पा रहे हैं। अब हमें स्कूल से रोज फोन आ रहा है यदि आपने फीस जमा नहीं कराई तो आपके बच्चे का परीक्षा-परिणाम जारी नहीं किया जा सकेगा। इसी प्रकार अन्य अभिभावकों ने भी इसकी शिकायत की है।
कई राज्यों में हो गई फीस माफ देश के कई राज्यों में वहां की सरकार ने बच्चों की लॉक अप की स्थिति में स्कूल बंद रहने पर इस अवधि की फीस नहीं लेने के आदेश दिए हैं। दूसरी ओर कुछ स्कूल संचालक फीस के लिए फीस के लिए अभिभावकों को परेशान कर रहे हैं।यह कहते हैं जिला शिक्षा अधिकारी-लॉकअप की स्थिति में किसी भी अभिभावक को फीस के लिए परेशान नहीं किया जा सकेगा। इन कठिन परिस्थितियों में हमें आपस में सहयोग की आवश्यकता है। फीस के आधार पर किसी बच्चे का परीक्षा परिणाम नहीं रोका जाए।- अनिल कौशिक, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, अलवर।