मंडी में नहीं है आग बुझाने के उपकरण गोविंदगढ़ मंडी के आढ़त में आग लगने की खबर व्यापारियों और किसानों को लगी। सबने अपने.अपने तरीके से आग पर काबू पाने की भरसक कोशिश की लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। मंडी यार्ड में एतिहातन के तौर पर कोई भी आग बुझाने का उपकरण नहीं होने से कपास जलकर राख हो गई।
मंडी में कपास आने के बाद भी नहीं कटा था गेट पास किसानों ने बताया कि मंडी समिति के कर्मचारियों की ओर से मंडी परिसर में आने वाली जिंसों का गेट पास नहीं काटा जाता। जबकि नियम यह है कि मंडी में आने वाले माल का गेट पास गेट पर ही काटना पड़ता है। ताकि किसानों को कोई भी दुर्घटना होने पर मुआवजा मिल सके। लेकिन कमीशन खोरी के चलते मंडी परिसर में आने वाले माल का गेट पास नहीं काटा जाता है। जिसका नुकसान सरकार के साथ-साथ किसानों को भी उठाना पड़ रहा है।
किसान बहा रहे थे आंसू कपास में आग लगने के बाद एक और जहां किसान कपास में आग लगने से हुए नुकसान को लेकर अपनी किस्मत को कोस रहे थे ओर आंसू बहा रहे थे।