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डेढ़ घंटे तक इस शहर में खुलेआम घूमते रहे गोतस्कर, कार को टक्कर मारी, पुलिस को नजर तक नहीं आए

locationअलवरPublished: Dec 06, 2017 09:40:34 am

Submitted by:

Rajiv Goyal

अलवर में सोमवार को देर रात शहर में खुलेआम गोतस्कर घूमते रहे, लेकिन पुलिस के हाथ खाली

cow smuggler hits a car travels openly in alwar
शहर में सोमवार देर रात गोतस्कर करीब डेढ़ घंटे तक बैखौफ घूमते रहे और सूचना देने मिलने के बाद भी उन्हें दबोचना तो दूर पुलिस उनका वाहन तक का सुराग नहीं लगा पाई। पुलिस की नाकाबंदी व गश्त व्यवस्था को धता बता गोतस्कर न सिर्फ सडक़ पर बैठे गोवंश को ले जाने में कामयाब रहे, बल्कि उन्होंने पीछा करने वाले वाहन व उसमें सवार लोगों पर हमला किया। घटना की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम सहित शहर कोतवाली को दी गई। इसके बाद पुलिस आला अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंची और नाकाबंदी कराई, लेकिन पुलिस को गोतस्कर कहीं नजर नहीं आए। जबकि सच्चाई ये है कि गोतस्कर करीब डेढ़ घंटे तक शहर में घूमते रहे। उन्होंने करीब 45 मिनट स्कीम दो की सडक़ों पर बिताए। पुलिस के दावे की हवा तब निकल गई जब गोतस्करों का पीछा कर रहे स्कीम दो निवासी सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इन्द्र कुमार शर्मा व उनके बेटे आशीष शर्मा के वाहन की गोतस्करों से दोबारा स्कीम दो में ही भिड़ंत हो गई। गोतस्करों ने उनकी गाड़ी पर पहले पत्थर बरसाए। फिर इतनी जोर से टक्कर मारी कि सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की गाड़ी का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इसके बाद गोतस्कर फरार हो गए।
पूरे मामले में सवाल सिर्फ यही नहीं कि वाहन में आए लोग गोतस्कर थे अथवा नहीं। सवाल यह है कि सघन नाकाबंदी के बावजूद ये वाहन पुलिस की पकड़ में कैसे नहीं आया। जबकि वाहन शहर की सडक़ों पर करीब डेढ़ घंटे तक दौड़ता रहा और उससे पहले पुलिस को सूचना मिल चुकी थी।

पहले भी यहां हो चुकी है वारदात


स्कीम दो स्थित जुबलीबास क्षेत्र में करीब एक सप्ताह पहले भी गोवंश ले जाने की घटना हो चुकी है। तब भी गोतस्कर एक गाड़ी में सवार होकर आए। जब जुबलीबास क्षेत्र के एक व्यक्ति ने इन्हें रोकने व शोर मचाने का प्रयास किया, तो उन्होंने उस पर देसी कट्टा तान दिया। गोतस्करों की मौजूदगी की दोनों वारदातों की धुधली तस्वीर यहां स्थित एक निजी हॉस्पिटल के सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई हैं। करीब 12 दिन पहले वार्ड 47 स्थित फैमिली लाइन मोहल्ले से एक घर के बाहर बंधे गोवंश को भी गोतस्कर खोल ले गए।

गोतस्कर नहीं तो आखिर ये हैं कौन?


शहर में सोमवार देर रात स्कीम दो जुबलीबास क्षेत्र में गोतस्करों की उपस्थिति को पुलिस नकार रही है। पुलिस की बात को यदि सच भी मान लें तो सवाल यह है कि ये लोग गोतस्कर नहीं तो आखिर कौन थे? जो रात्रि में वाहन लेकर शहर में घूम लोगों में दहशत फैलाते रहे। कहीं यह किसी की सोची समझी साजिश तो नहीं है? आखिर सच्चाई क्या है? यह तो पुलिस जांच में ही सामने आ सकता है, लेकिन इतना जरूर है कि एेसी घटनाओं से शहर का माहौल खराब हो रहा है और लोगों में असुरक्षा की भावना आ रही है।
अब सभी थाना प्रभारी करेंगे गस्त

गोतस्करी सहित आपराधिक वारदातों में बढ़ोतरी के बाद पुलिस ने शहर की नाकाबंदी व गश्त व्यवस्था को और मजबूत कर दिया है। अब सभी थाना प्रभारी शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक अपने-अपने क्षेत्र में नाकाबंदी करेंगे। उनके साथ छह-छह क्यूआरटी के हथियारबंद जवान भी लगाए गए हैं। इस दौरान शराब पीकर वाहन चलाने वाले, बिना कागजात व सीट बैल्ट का प्रयोग, तेज गति से वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्याम सिंह ने बताया कि अपराधों की रोकथाम को लेकर शहर की नाकाबंदी व्यवस्था को मजबूत किया गया है। शहर में कुछ नए नाके भी बनाए गए हैं। जिन पर जांच के बाद ही वाहन चालकों को जाने दिया जाएगा।
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