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गोवंश की आवाज दबाने के लिए गोतस्कर करते हैं कुछ ऐसा, जानकर हैरान रह जाएंगे आप

locationअलवरPublished: Dec 30, 2017 09:40:53 am

Submitted by:

Rajiv Goyal

गोतस्करी की बढ़ती घटनाओं के बीच पुलिस के हाथ ऐसी चीज लगी है, जिससे गोवंश की आवाज गले में ही दब जाती है।

cow smugglers inject on neck of cows
अलवर. गोवंश को गाड़ी में भरने के लिए गोतस्कर जिस तरीके का इस्तेमाल करते हैं, उससे गोवंश की आवाज गले में ही दफन हो जाती है। गोतस्कर गोवंश की गर्दन पर इंजेक्शन लगाते हैं। इससे पशु का गला सुन्न हो जाता है और उसका घंटों तक रंभाना बंद हो जाता है। पशु के मूक होने पर वे पूंछ पर चुटकी काट उसे गाड़ी में पटक लेते हैं। इस दौरान पशु विरोध भी नहीं जताता। गत दिनों नीमराणा पुलिस ने कुछ गोतस्करों को पकड़ा, जिनके कब्जे से पुलिस ने कुछ दवाइयां व सिरिन्ज भी बरामद की। चिकित्सकों की मानें तो यह दवा खाल, मांसपेशियों को सुन्न करने के काम आती है। चिकित्सक मरीज के फेफड़ों से पानी निकालने आदि के दौरान इस दवा का इस्तेमाल करते हैं।

सस्ता व आसानी से उपलब्ध


गोतस्करी के लिए गोतस्करों की ओर से गोवंश को लगाए जाने वाला यह इंजेक्शन व दवा काफी सस्ती है। करीब 30 एमएल दवा से दस पशुओं को दो से तीन घंटे के लिए आसानी से सुन्न किया जा सकता है। खास बात ये है कि यह दवा मेडिकल स्टोरों पर आसानी से उपलब्ध है।
ज्यादा दवा से हो सकती है मौत

चिकित्सकों के अनुसार इस दवा का इस्तेमाल ज्यादातर ऑपरेशन के दौरान सर्जन करते हैं। दवा से मरीज के शरीर का कुछ हिस्सा आधा-पौना घंटे के लिए सुन्न हो जाता है। इसके लिए दवा की एक निश्चित मात्रा दी जाती है। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. केके शर्मा के अनुसार गोतस्करों से बरामद दवा बेहद खतरनाक है। इसमें लिग्नोकेन के साथ-साथ एड्रीनलिन भी मिला हुआ है। इस दवा की एक निश्चित मात्रा से 3 से 4 घंटे के लिए किसी को सुन्न किया जा सकता है। पशुओं के इस दवा का इंजेक्शन लगाने से उनका रंभाना बंद हो जाता है। खास बात ये है कि खाल की जगह नस में इस दवा के जाने एवं दवा की अधिक मात्रा से पशु की मौत भी हो सकती है।
पूरा नेटवर्क करता है काम

गोतस्करी में एक-दो लोग नहीं बल्कि गोतस्करों का पूरा का पूरा नेटवर्क काम करता है। गोतस्करी के लिए ये तेज गति से गाड़ी चलाने वाला चालक भी लेकर चलते हैं। जो कच्चे-पक्के रास्तों पर गाड़ी चलाने का अभ्यस्त हो। इतना ही नहीं गोवंश को इकट्ठा करने के लिए इनके लोग पहले से तैनात रहते हैं। जो गोवंश को इकट्ठा कर इसकी सूचना अपने साथियों को देते हैं। इसके बाद उनके साथी आते हैं और गोवंश को इंजेक्शन लगा गाड़ी में भरकर ले जाते हैं। पुलिस पूछताछ में गोतस्करों ने बताया कि वे गोवंश को इकट्ठा करने वालों को भी पैसे देते हैं।
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