scriptअलवर में बदमाशों का खौफ बरकरार, दो पुलिस जिले बनाए, फिर भी नहीं हटा क्रिटिकल का टैग | Crime In Alwar: Selected Top Story Critical District Tag On Alwar | Patrika News

अलवर में बदमाशों का खौफ बरकरार, दो पुलिस जिले बनाए, फिर भी नहीं हटा क्रिटिकल का टैग

locationअलवरPublished: Oct 15, 2021 07:57:41 pm

Submitted by:

Hiren Joshi

अलवर को दो पुलिस जिलों में विभाजित करते हुए 15 अगस्त 2019 को भिवाड़ी को नया पुलिस जिला बना दिया, लेकिन फिर भी अपराध पर काबू नहीं पाया जा सका है। बदमाश बेखौफ होकर अलवर और भिवाड़ी पुलिस जिले में हत्या, लूट, डकैती, फायरिंग, अपहरण, रंगदारी, गैंगवार और बलात्कार जैसी संगीन वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।

Crime In Alwar: Selected Top Story Critical District Tag On Alwar

अलवर में बदमाशों का खौफ बरकरार, दो पुलिस जिले बनाए, फिर भी नहीं हटा क्रिटिकल का टैग

अलवर. राज्य सरकार ने अलवर को भले ही दो पुलिस जिलों में विभाजित कर दिया हो, लेकिन अलवर के माथे से क्रिटिकल का टैग नहीं हट पा रहा है। अलवर और भिवाड़ी पुलिस जिले में बदमाश हर दिन संगीन अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। जिससे यहां बदमाशों का खौफ बरकरार है।
अपराध की दृष्टि से अलवर जिला बरसों से संवेदनशील है, लेकिन राज्य सरकार ने पिछले दिनों थानागाजी गैंगरेप की घटना के दौरान अलवर को क्रिटिकल जिला माना और अलवर को दो पुलिस जिलों में विभाजित करते हुए 15 अगस्त 2019 को भिवाड़ी को नया पुलिस जिला बना दिया, लेकिन फिर भी अपराध पर काबू नहीं पाया जा सका है। बदमाश बेखौफ होकर अलवर और भिवाड़ी पुलिस जिले में हत्या, लूट, डकैती, फायरिंग, अपहरण, रंगदारी, गैंगवार और बलात्कार जैसी संगीन वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
नए जिले में पुलिस को बड़ी चुनौती

जिले का बहरोड़, नीमराणा और भिवाड़ी क्षेत्र लम्बे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है। नया पुलिस जिला बनने के साथ ही नफरी और संसाधन बढऩे के बाद भी यहां अपराध नहीं थम रहे हैं। हाल ही भिवाड़ी पुलिस जिले में हरियाणा के बदमाशों ने फायरिंग कर रंगदारी मांगने की तीन सनसनीखेज वारदातों को दिया। वहीं, अलवर शहर में शातिर लुटेरे व्यापारी पिता-पुत्र से लूट सहित चेन स्नेचिंग की कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। राजगढ़ इलाके में बारां भडक़ोल और छिलोड़ी गांव में एक युवक ने तीन जनों की हत्या कर डाली। इसके अलावा अलवर शहर, मालाखेड़ा और राजगढ़ में पिछले दिनों कई हत्याएं हो चुकी हैं।
पपला ने कर दिया था देशभर में बदनाम

हरियाणा के कुख्यात अपराधी पपला गुर्जर को 5 सितम्बर 2019 की रात बहरोड़ पुलिस ने पकड़ा। कुछ ही घंटे बाद 6 सितम्बर की सुबह साथी बदमाश एके-47 लेकर थाने में घुसे और ताबड़तोड़ फायरिंग कर अपने सरगना पपला गुर्जर को लॉकअप से निकाल ले गए। इस घटना ने भिवाड़ी पुलिस जिले को शुरुआत में ही देशभर में बदनाम कर दिया था।
हरियाणा के बदमाशों के निशाने पर बहरोड़-भिवाड़ी क्षेत्र

बहरोड़ और भिवाड़ी क्षेत्र पिछले करीब आठ-दस साल से हरियाणा के बड़े बदमाशों के निशाने पर है। स्थानीय बदमाशों के साथ हरियाणा के बदमाश बहरोड़, नीमराणा, भिवाड़ी क्षेत्र में लगातार संगीन वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। अक्टूबर-2014 में स्थानीय बदमाश अशोक ठाकरिया ने हरियाणा के बदमाशों के साथ मिलकर बहरोड़ नगर पालिका पार्षद त्रिलोक यादव की हत्या कर दी थी। इसके बाद कुछ समय बाद स्थानीय बदमाश प्रसन्नदीप उर्फ पर्रा ने कस्बे के एक व्यापारी की गोली मारकर हत्या कर दी। जून-2017 में अशोक ठाकरिया ने भाड़े के शूटरों से बहरोड़ नगर पालिका उपाध्यक्ष राकेश शर्मा की हत्या करा दी। वहीं, अगस्त-2019 में बहरोड़ विधानसभा से बसपा प्रत्याशी रहे जसराम पटेल की हत्या कर दी गई। कोटकासिम में टिल्लू जाट की हत्या भी हरियाणा के बदमाशों ने ही की। इसके अलावा भिवाड़ी क्षेत्र में हरियाणा के बदमाश पिछले कई सालों से वारदातें कर रहे हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो