एमआइए थानाधिकारी लक्ष्मीनारायण सैनी ने बताया कि गांव सैयद खेरली निवासी दीपक वर्मा (20) पुत्र फूलसिंह जाटव 5 मई को एक नाबालिग लड़की को भगा ले गया था। 15 मई को पुलिस हरियाणा से दोनों को दस्तयाब कर लाई थी। इसके बाद युवक दीपक को कोर्ट में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया था। जिसकी 28 मई को जमानत हो गई थी। गुरुवार को युवक दीपक कुएं पर नहाने गया। वहां से लौटकर घर आया और कूलर में पानी भरा। इसके बाद दीपक ने कमरे में पंखे से फंदा डाल फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को सामान्य अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया।
लड़की के घरवाले परेशान कर रहे थे महिला मधुबाला ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि उसके बेटे दीपक का पिछले कई दिनों से लड़की के घरवाले पीछा कर रहे थे। उसे डरा-धमकाकर परेशान कर रहे थे तथा जातिसूचक अपशब्द कहते हुए मारने की धमकी दे रहे थे। जिससे दीपक काफी परेशान और घबराया हुआ था। इसी के चलते गुरुवार को दीपक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
मशीन के नीचे दबकर दुकानदार की मौत, बिना पोस्टमार्टम कराए ले गए शव वहीं एक अन्य मामले में शहर के एनईबी थाना इलाके के दिवाकरी में शुक्रवार शाम को टैम्पो से नीचे उतारते समय लकड़ी काटने की मशीन के नीचे दबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए ही सामान्य अस्पताल से स्ट्रेचर पर रखकर शव को बिजलीघर चौराहे तक ले गए।
जिन्हें पुलिसकर्मी ने पीछे दौड़कर रोका। इस पर परिजनों ने हंगामा कर दिया। पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद परिजन लिखित में देकर बिना पोस्टमार्टम कराए शव को ले गए। जानकारी के अनुसार बख्तल की चौकी निवासी बलराम यादव (40) पुत्र गिरधारीलाल यादव की दिवाकरी में फर्नीचर की दुकान है। शुक्रवार शाम करीब छह बजे बलराम टैम्पो में से लकड़ी काटने की मशीन को उतरवा रहा था। इसी दौरान टैम्पो और मशीन दोनों उसके ऊपर पलट गए।
जिसके नीचे दबने से बलराम के सिर में गंभीर चोट आई। जिसे इलाज के लिए सामान्य अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए शव को स्ट्रेचर पर रखकर घर ले जाने लगे। परिजन शव को बिजली घर चौराहे तक ले आए। इसी दौरान वहां से कांग्रेस की रैली भी गुजर रही थी। पीछे से अस्पताल चौकी का सिपाही दौड़ता हुआ और उसने स्ट्रेचर पर शव ले जा रहे परिजनों को रोका। इस पर मृतक के परिजनों ने हंगामा कर दिया। इसी दौरान रैली में मौजूद पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को समझाइश की। इसके बाद परिजन लिखित में देते हुए बिना पोस्टमार्टम कराए शव को लेकर रवाना हो गए।