10 फरवरी को घायल हुए थे अजीत सिंह्र अलवर के मांढण क्षेत्र के गण्डाला निवासी अजीत सिंह यादव 10 फरवरी को नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में घायल हो गए थे। मंगलवार को उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अजीत सिंह यादव सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन में तैनात थे। 10 फरवरी को उनकी बटालियन की बीजापुर में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गई थी। मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए थे, वहीं छह जवान घायल हो गए थे। जिनमें से मंगलवार को अजीत सिंह यादव पुत्र स्व. महेन्द्र सिंह यादव ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इस मुठभेड़ में एक नक्सली को भी मार गिराया।
1994 में कोबरा बटालियन में भर्ती हुए थे अजीत सिंह यादव1994 में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन में भर्ती हुए थे। तब से वे नक्सलियों का सामना करते आ रहे हैं। लेकिन 10 फरवरी को वो नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में गोली लगने की वजह से शहीद हो गए। उन्हें सीने के दाएं तरफ गोली लगी थी।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हैड कांस्टेबल अजीत सिंह की शहादत की खबर के बाद उनके गांव गण्डाला में शोक की लहर दौड़ गई। उनकी मां कमला देवी सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जानकारी मिल रही है कि उनका पार्थिव देह बुधवार को उनके गांव लाया जाएगा।