उल्लेखनीय है कि 21 जून को किशनगढ़बास में दौलत भारती पर जानलेवा हमला किया गया था। जिसमें भारती के बाएं पैर में पांच, दाएं पैर में एक फ्रैक्चर हुआ था। दोनों हाथो में भी फ्रैक्चर आए हैं। इलाज के बाद से ही उनके हाथ-पैर में रॉड है। वे अब तक बैड पर हैं। रोघा से इतनी मारपीट की गई कि मुश्किल से उनकी जान बची थी। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी रोघा को करीब तीन माह के बाद गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस ने भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष विश्वास उर्फ डब्बू यादव को गिरफ्तार किया था।
पूर्व में जमानत हो चुकी खारिज: इस मामले में पूर्व में किशनगढ़बास न्यायालय से विश्वास यादव, मुफीद खान, विजय मीना, मौसम खान व एक अन्य आरोपी की जमानत खारिज हो चुकी है।
दबाव बनाने का प्रयास भी उपाध्यक्ष हरीश रोघा की गिरफ्तारी के बाद पूर्व विधायक रामहेत सिंह यादव और खैरथल नगरपालिका के पंचायत समिति के प्रधान ओमप्रकाश रोघा अपने समर्थकों के साथ उसी दिन रात्रि को करीब 8 बजे किशनगढ़बास थाने पहुंचे। सबने मिलकर पुलिस पर दबाव बनाने का भरसक प्रयास किया। पूर्व विधायक विधायक रामहेत सिंह यादव ने इसकी गिरफ्तारी को सरासर गलत बताते हुए दोबारा से जांच कराने को कहा था। बाद में वे डीएसपी चांदमल चौधरी से भी मिले और रोघा की गिरफ्तारी को गलत बताया था। इसके जवाब में पुलिस उपाधीक्षक चांदमल चौधरी ने प्रकरण की जांच एडिशनल एसपी पुष्पेंद्र सिंह द्वारा करना बताया।